Indigo Orders 500 Jets: फ्रांस की राजधानी पेरिस के पास ले बुर्जे में हर वर्ष विमानों इत्यादि की दुनिया की एक सबसे बड़ी प्रदर्शन लगती है। कोरोनावायरस वाली महामारी के कारण पिछले दो वर्षों में 'पेरिस एयर शो' के नाम से प्रसिद्ध यह प्रदर्शनी नहीं लग पाई थी। सोमवार 19 जून इस प्रदर्शनी का पहला दिन था। पहले दिन ही एक ऐसे धमाकेदार सौदे की घोषणा की गई, जिसने पश्चिमी मीडिया जगत में तहलका मचा दिया।
घोषणा यह थी कि भारत की इंडिगो एयरलाइन ने दुनिया की सबसे बड़ी विमान निर्माता, यूरोप की एयरबस कंपनी से 500 विमान ख़रीदने का सौदा किया है। एयरबस के इतिहास में ही नहीं, बल्कि नागरिक उड्डयन के इतिहास में भी इतने अधिक यात्री जेट विमानों की खरीद का यह अपूर्व रिकॉर्ड ऑर्डर है। ये विमान एयरबस A320neo मॉडल वाले परिवार के विमान होंगे और 2030 से 2035 के बीच इंडिगो को मिलेंगे। दोनों पक्षों के प्रतिनिधियों ने ले बुर्जे में इस आशय के समझौते पर हस्ताक्षर किए।
इतिहास का सबसे बड़ा एकल ऑर्डर : एयरबस के बिक्री प्रबंधक क्रिस्टियान शेरर ने कहा, विमानन के इतिहास में यह सबसे बड़ा एकल ऑर्डर है। इंडिगो के प्रमुख पीटर एल्बर्स के अनुसार, इंडिगो एयरलाइन के पास इस समय लगभग 300 विमान हैं। 'यह तो केवल शुरुआत है, अभी और भी बहुत कुछ होगा,' एल्बर्स का कहना था।
एल्बर्स, इंडिगो की कमान संभालने से पहले 2022 तक नीदरलैंड की KLM एयरलाइन के प्रमुख रह चुके हैं। इंडिगो के बेड़े में वे कुल मिलाकर लगभग 1000 एयरबस विमान देखना चाहते हैं। उनका कहना था कि 500 नए विमानों का ऑर्डर एक पक्का ऑर्डर है। इस ऑर्डर में एयरबस विमानों का मानक संस्करण A320neo, लंबा संस्करण A321neo और लंबी दूरी का संस्करण A321XLR शामिल है। किस संस्करण के कितने विमान ख़रीदे जाएंगे, यह अभी तय नहीं है।
55 अरब डॉलर का सौदा : क़ीमत के बारे में कुछ बताने के लिए दोनों पक्ष तैयार नहीं थे। लेकिन इन विमानों की मूल्य-सूची के आधार पर कहा जा रहा है कि यह सौदा 55 अरब डॉलर (50.3 अरब यूरो) के बराबर होगा, हालांकि एयरबस की मूल्य-सूची कई वर्षों से संशोधित नहीं की गई है।
इंडिगो की स्थापना 2005 में हुई थी। उसने पहले भी कई एयरबस विमानों के ऑर्डर दिए हैं। अंतिम बार 2019 में 300 विमानों का ऑर्डर दिया था। पीटर एल्बर्स तब भी इसे 'अभी शुरुआत' ही मानते हैं। यह विमानन के लिए भारतीय बाजार की क्षमता को दर्शाता है।
इंडिगो की ओर से 500 नए विमानों की ख़रीद को एयर इंडिया के साथ एक होड़ के रूप में भी देखा जा रहा है। एयर इंडिया ने पिछले फ़रवरी महीने में ही यूरोप की एयरबस और अमेरिका की बोइंग कंपनी से कुल मिलाकर 470 यात्री जेट विमान खरीदने की घोषणा की थी। दुनिया विश्वास नहीं कर पा रही है कि जिस भारत को ग़रीबी, भ्रष्टाचार, अराजकता और पिछड़ेपन का पर्याय बता कर उसकी खिल्ली उड़ायी जाती थी, वह अचानक इतना प्रगतिशील और धनवान कैसे हो गया कि इतने बड़े-बड़े हवाई कुलांचे भरने लगा है!