सुजाता मेहता ने कहा, 'रिपोर्ट में कहा गया है कि मध्य एशिया से जो आईएस के लिए लड़ने के लिए गए थे उनके वापस अपने गृह देश आने की संभावना है ताकि वे अपने देशों में अपने इस बुरे एजेंडे को आगे बढ़ा सकें। इसके पहले इसके संकेत हैं कि युद्ध से कठोर एवं कट्टर बनकर वापस आए आईएस के लड़ाके आतंकवादी हमलों में शामिल हो रहे हैं, उनका समन्वय कर रहे हैं और हमले कर रहे हैं।