मंत्री ने कहा, DeepSeek को जल्द ही भारतीय सर्वर पर लाया जाएगा

वेबदुनिया न्यूज डेस्क

गुरुवार, 30 जनवरी 2025 (20:26 IST)
Open Source Model Deepseek News : सरकार ने बृहस्पतिवार को कहा कि ओपन सोर्स मॉडल डीपसीक को जल्द ही भारतीय सर्वर पर लाया जाएगा, ताकि चीनी कृत्रिम मेधा (AI) मंच पर डेटा सुरक्षा और गोपनीयता संबंधी चिंताओं को दूर किया जा सके। चीनी कंपनी डीपसीक ने तब सुर्खियां बटोरीं, जब उसके एआई मॉडल आर1 ने चैट-जीपीटी को पछाड़कर एप्पल के ऐपस्टोर पर शीर्ष रैंक वाला मुफ्त ऐप बना लिया, जिसने अब तक अमेरिकी कंपनियों, विशेष रूप से सिलिकॉन वैली की अग्रणी ओपन-एआई के साथ केंद्रित एआई दबदबे को चुनौती दी। केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बृहस्पतिवार को देश की एआई (कृत्रिम मेधा) महत्वाकांक्षाओं को रेखांकित करते हुए कहा कि भारत आने वाले महीनों में अपना खुद का आधारभूत मॉडल तैयार करेगा।
 
एआई चिप निर्माता और वॉल स्ट्रीट की प्रमुख कंपनी एनवीडिया का बाजार पूंजीकरण सोमवार को 590 अरब डॉलर घट गया, जो इतिहास में किसी भी कंपनी के लिए एक दिन में सबसे बड़ी गिरावट थी। हालांकि आलोचकों ने डेटा सुरक्षा और गोपनीयता के बारे में चिंता जताई है, क्योंकि डीपसीक चीन में स्थित है।
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बृहस्पतिवार को सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि प्रत्‍येक ऐप या प्रणाली जिसे सुरक्षा मापदंडों पर परीक्षण करने की आवश्यकता है, का परीक्षण किया जाएगा और निर्णय लिए जाएंगे। उन्होंने कहा, अच्छी बात यह है कि डीपसीक एक ओपन-सोर्स मॉडल है और हम बहुत जल्द ही भारतीय सर्वर पर डीपसीक को लाने जा रहे हैं, जिस तरह से हम भारतीय सर्वर पर लामा (मेटा-एआई द्वारा विकसित बड़े भाषा मॉडल/ जनरेटिव एआई मॉडल) को लाए हैं।
 
वैष्णव ने कहा, जो कुछ भी ओपन सोर्स है उसे हमारे सर्वर पर लिया और होस्ट किया जा सकता है ताकि डेटा गोपनीयता मापदंडों को हल किया जा सके और हम जल्द ही ऐसा करने जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि पहले ही टीमें सभी पहलुओं पर काम कर चुकी हैं- जैसे कि कितने सर्वर की आवश्यकता होगी, कितनी क्षमता की आवश्यकता होगी, आदि।
 
भारत अपना खुद का एआई मॉडल तैयार करेगा : केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बृहस्पतिवार को देश की एआई (कृत्रिम मेधा) महत्वाकांक्षाओं को रेखांकित करते हुए कहा कि भारत आने वाले महीनों में अपना खुद का आधारभूत मॉडल तैयार करेगा। उन्होंने कहा कि भारत स्टार्टअप और शोधकर्ताओं के उपयोग के लिए 18,693 ग्राफिक्स प्रोसेसिंग यूनिट (जीपीयू) द्वारा संचालित सबसे सस्ती कॉमन कम्प्यूट सुविधा तैयार करेगा, जिसकी मदद से चैटजीपीटी, डीपसीक आर1 और ऐसे ही दूसरे एआई मॉडल को टक्कर दी जा सकती है।
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भारत का यह साहसिक कदम ऐसे समय में सामने आया है, जब चीनी कंपनी डीपसीक ने अपने एआई मॉडल से लोगों का ध्यान खींचा है। डीपसीक ने एआई के क्षेत्र में अमेरिकी कंपनियों के प्रभुत्व को चुनौती दी है। वैष्णव ने भरोसा जताया कि भारत एक ऐसा आधारभूत मॉडल बनाएगा, जो विश्वस्तरीय होगा और दुनियाभर के सर्वश्रेष्ठ मॉडल के साथ मुकाबला कर सकेगा।
 
भारत ने बृहस्पतिवार को अपने एआई मसौदे में अगले चरणों की घोषणा की, जिसमें शामिल बोलीदाताओं (जियो प्लेटफॉर्म्स, सीएमएस कंप्यूटर, टाटा कम्युनिकेशंस, ई2ई नेटवर्क, योटा डेटा सर्विसेज और अन्य शामिल हैं) ने 18,693 जीपीयू की पेशकश की। इसके अलावा आठ परियोजनाओं को भी मंजूरी दी गई।
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आईटी मंत्री वैष्णव ने भारत को वैश्विक एआई केंद्र में लाने का वादा करते हुए कई घोषणाएं की और कहा कि एक एआई सुरक्षा संस्थान शुरू किया जाएगा। उन्होंने कहा, आधुनिक तकनीक को सभी के लिए सुलभ बनाना, यही हमारे प्रधानमंत्री की आर्थिक सोच है... इस समय हमारे पास सबसे सस्ती कंप्यूटिंग सुविधा है। (इनपुट भाषा)
Edited By : Chetan Gour

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