उन्होंने कहा, विद्यार्थियों के अंदाजन 25 से 30 जून के बीच जेएनयू परिसर लौटने की उम्मीद है, ताकि उनके शेष शैक्षणिक कार्य और परीक्षाएं पूरी हो सकें। परीक्षाएं 31 जुलाई तक पूरी होंगी। छात्रों के लिए नया समेस्टर एक अगस्त से शुरू होगा।
भले ही 31 जुलाई तक परीक्षा के परिणाम न आए पाएं, तो भी छात्रों के पास अस्थाई तौर पर पंजीकरण कराने और अगले सेमेस्टर में जाने का मौका होगा। कुमार ने कहा कि मानसून सत्र की पंजीकरण प्रक्रिया ऑनलाइन होगी, जिससे छात्रों को सहूलियत होगी और वे घर से ही पंजीकरण करा सकते हैं।
शोधार्थियों के लिए अपना शोध कार्य जमा कराने की तारीख 31 दिसंबर तक के लिए बढ़ा दी गई है। कुलपति ने कहा, इस वक्त यह शैक्षणिक कैलेंडर निश्चित नहीं है और यह इस बात पर निर्भर करता है कि पूरे देश में चरणों में लॉकडाउन किस तरह से खत्म किया जाता है और यूजीसी से हमें क्या नए दिशानिर्देश मिलते हैं।(भाषा)