जम्मू। करीब 2 साल के अरसे के बाद श्रीनगर के किसी इलाके में हुई मुठभेड़ में हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के नेता अशरफ सहरई के आतंकी बेटे जुनैद सहरई समेत हिज्बुल मुजाहिदीन के 2 आतंकी ढेर कर दिए गए। मुठभेड़ में 4 जवान भी जख्मी हुए हैं और श्रीनगर में सुबह से ही इंटरनेट तथा मोबाइल फोन पर वॉइस कॉलिंग को रोक दिया गया है।
मुठभेड़ को लेकर जम्मू-कश्मीर के डीजीपी दिलबाग सिंह ने बताया कि सोमवार रात श्रीनगर में पुलिस के एक विश्वसनीय सूत्र से जानकारी मिलने पर सर्च ऑपरेशन चलाया गया। रात में भी गोलीबारी हुई। डीजीपी ने बताया कि सुबह फिर से फायरिंग शुरू हुई है और मुठभेड़ जारी है। मुठभेड़ को लेकर कोई अफवाह न फैले, इसको देखते हुए प्रशासन ने श्रीनगर में मोबाइल इंटरनेट बंद कर दी है।
तलाशी अभियान के दौरान सुबह करीब 3 बजे सुरक्षाबलों का आतंकियों से सामना हुआ। इसी दौरान आतंकियों ने सुरक्षाबलों पर ग्रेनेड हमला किया। हालांकि ग्रेनेड सुरक्षाबलों से पहले ही गिरा, जिसमें 3 जवान मामूली रूप से घायल हुए।
इनमें से दो जम्मू-कश्मीर पुलिस के और एक सीआरपीएफ का जवान शामिल है। मारे गए आतंकियों में से एक की पहचान हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के नेता अशरफ सहरई के आतंकी बेटे जुनैद सहरई के तौर पर हुई है जो 24 मार्च 2018 को हिज्बुल में शामिल हो गया था।
मुठभेड़ को लेकर कोई अफवाह न फैले, इसके मद्देनजर प्रशासन ने श्रीनगर में मोबाइल इंटरनेट सेवा अस्थायी रूप से बंद कर दी है। केवल बीएसएनएल पोस्टपेड पर कॉलिंग सुविधा चल रही है। करीब दो साल बाद श्रीनगर में यह मुठभेड़ हो रही है।
इसी दौरान इन शरारती तत्वों ने सुरक्षाबलों पर पथराव शुरू कर दिया। हालांकि सुरक्षाबल के जवान पहले से ही तैयार थे। उन्होंने पहले तो इन लोगों को मुठभेड़ स्थल से दूर रहने के लिए, परंतु जब उन्होंने बार-बार कहने पर भी उनकी बात नहीं मानी तो जवानों ने उन्हें खदेड़ने के लिए पहले तो उन पर लाठीचार्ज किया।
इस पर जब शरारती तत्वों ने उन पर पत्थर बरसाना शुरू किए तो जवाब में सुरक्षाबलों ने उन पर आंसूगैस के गोले दागे। इस कार्रवाई में कई लोग घायल भी हुए हैं। अभी भी हिंसक भीड़ सुरक्षाबलों पर पथराव कर रही है।