राज्यपाल ने कहा, उन्हें अपनी गलती स्वीकार करनी पड़ी। मैं जानता था कि वह व्यक्ति (वह सरकारी अधिकारी, जिसने नियुक्ति पर सवाल उठाते हुए पत्र लिखा था) निर्दोष था, लेकिन मैं यह संदेश देना चाहता था कि दबाव की ये रणनीतियां मुझ पर काम नहीं करेंगी। इससे भी उनकी आंखें नहीं खुलीं, दबाव बनाने की रणनीतियां अब भी अपनाई जा रही हैं। इसके और अन्य कारणों की वजह से मुझे अब यह मामला उठाना पड़ा।