राम मंदिर निर्माण के लिए तराशे गए पत्थरों की सफाई का काम भी शुरू कर दिया गया है तो वहीं दूसरी तरफ राम जन्मभूमि के निर्माण से पूर्व सरयू तट स्थित फटिक शिला स्थान पर धार्मिक आयोजन किया जाएगा, जिसमें देशभर के लाखों रामभक्त शामिल होंगे।
यह पूरा आयोजन 17 फरवरी से 26 फरवरी 9 दिवसीय किया जाना है। इस कार्यक्रम में अखंड श्रीराम नाम जप के साथ 5 बड़े हवन कुंडों में वैदिक मंत्रों द्वारा यज्ञ के साथ संतों के माध्यम से श्री रामचरितमानस का पाठ भी किया जाएगा। इस कार्यक्रम में गुजरात, राजस्थान, मध्यप्रदेश, बिहार, उत्तर प्रदेश के विभिन्न पीठों से संत-धर्माचार्य इस अवसर पर अयोध्या पहुंचेंगे।
फटिक शिला के महंत सुखदेव दास ने इस पूरे आयोजन की जानकारी देते हुए बताया कि इस स्थान के पूर्व महंत बगाही बाबा चाहते थे कि रामलला टेंट में न रहकर भव्य मंदिर में विराजमान हों। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद इसकी प्रक्रिया भी शुरू हो चुकी है और यह सुखद संयोग है कि कुछ दिन ही पूर्व आए फैसले के बाद भगवान श्रीराम के अयोध्या आगमन का स्वागत करने के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु राम नाम जप करने अयोध्या पहुंच रहे हैं। वह संकीर्तन के माध्यम से रामभक्त भगवान का आवाहन करेंगे।