Weather Update: असम में हो रही भारी वर्षा (Heavy rainfall) से बाढ़ जी का जंजाल बन गई है। सर्वत्र पानी ही पानी नजर आ रहा है। दूसरी ओर आईएमडी (IMD) ने उत्तरप्रदेश (UP) और उत्तराखंड (Uttarakhand) सहित कुछ क्षेत्रों में बहुत भारी से लेकर अत्यंत भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। आईएमडी के अनुसार मानसून पूरे देश में आ चुका है और कई राज्यों में भारी बारिश हो रही है।
कई राज्यों में भारी बारिश : मानसून की सक्रियता के चलते कई राज्यों में भारी बारिश हो रही है और इससे कई राज्यों में बाढ़ जैसे हालात हैं। आईएमडी के अनुसार अगले 5 दिनों के दौरान उत्तर-पश्चिम और पूर्वी भारत में भारी से बहुत भारी बारिश होगी। उत्तर-पश्चिम और मध्यभारत में आईएमडी ने अगले 5 दिनों में गरज और बिजली के साथ व्यापक रूप से हल्की से मध्यम बारिश की भविष्यवाणी की है।
जुलाई के आरंभ में अलग-अलग तिथियों पर हिमाचल प्रदेश, हरियाणा-चंडीगढ़, उत्तराखंड और उत्तरप्रदेश सहित कुछ क्षेत्रों में बहुत भारी से लेकर अत्यंत भारी बारिश हो सकती है। अगले 5 दिनों में पूर्वी और पूर्वोत्तर भारत में गरज और बिजली के साथ हल्की से मध्यम बारिश होने की उम्मीद है, वहीं असम में बाढ़ जैसे हालात हैं।
दिल्ली में तेज बारिश के आसार नहीं : राजधानी दिल्ली में अभी तेज बारिश के आसार नहीं हैं। मौसम विभाग का अनुमान है कि अगले 6 दिनों तक दिल्ली में बादलों की आवाजाही रहेगी और बीच-बीच में हल्की बारिश हो सकती है। इससे तापमान में बहुत ज्यादा इजाफा तो नहीं होगा, लेकिन लोगों को उमस परेशान करेगी।
मानसून की अक्षय रेखा समुद्र तल के पास बीकानेर, सीकर, ओरई, देहरी, आसनसोल और फिर पूर्व-दक्षिण-पूर्व की ओर उत्तर-पूर्व बंगाल की खाड़ी से होकर गुजर रही है। दक्षिण-पूर्व पाकिस्तान के ऊपर एक चक्रवाती परिसंचरण समुद्र तल से 1.5 किलोमीटर ऊपर है। उत्तर-पूर्व राजस्थान के ऊपर एक चक्रवाती परिसंचरण है।
उत्तर-पूर्व राजस्थान से बांग्लादेश तक उत्तरप्रदेश, बिहार और पश्चिम बंगाल से होते हुए एक द्रोणिका समुद्र तल से 1.5 किलोमीटर ऊपर तक फैली हुई है जिसके साथ उत्तर-पूर्व राजस्थान के ऊपर एक अंतरनिहित चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है।
पश्चिम झारखंड और आसपास के क्षेत्रों के ऊपर समुद्र तल से 3.1 और 5.8 किलोमीटर के बीच में एक चक्रवाती परिसंचरण है। दक्षिण गुजरात और आसपास के क्षेत्रों के ऊपर समुद्र तल से 3.1 और 4.5 किलोमीटर के बीच में एक चक्रवाती परिसंचरण है। दक्षिण गुजरात तट से कर्नाटक तट तक एक ट्रफ रेखा फैली हुई है।
पिछले 24 घंटों की मौसमी हलचल : पिछले 24 घंटों के दौरान गोवा और तटीय कर्नाटक में मध्यम से भारी बारिश हुई। पश्चिम बंगाल, सिक्किम, पूर्वोत्तर भारत, उत्तरप्रदेश, बिहार, झारखंड, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, पूर्वी राजस्थान, पूर्वी मध्यप्रदेश, विदर्भ के कुछ हिस्सों, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह और तटीय आंध्रप्रदेश में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश हुई। कोंकण और गोवा, आंध्रप्रदेश, ओडिशा, केरल और मध्य महाराष्ट्र में मध्यम से मध्यम बारिश हुई। लक्षद्वीप, आंतरिक कर्नाटक, मराठवाड़ा, तमिलनाडु, जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में हल्की बारिश हुई।
स्काईमेट वेदर (Skymet Weather) के अनुसार आज शुक्रवार, 6 जुलाई को उत्तरी पंजाब, पूर्वी उत्तरप्रदेश, पूर्वी राजस्थान, बिहार, उपहिमालय पश्चिम बंगाल, पश्चिमी असम और सिक्किम में मध्यम से भारी बारिश संभव है। पूर्वोत्तर भारत, झारखंड, गंगीय पश्चिम बंगाल, पूर्वी गुजरात, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, तटीय कर्नाटक, कोंकण और गोवा और तटीय आंध्रप्रदेश के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है।
हरियाणा, विदर्भ, ओडिशा, छत्तीसगढ़, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, लक्षद्वीप, केरल और दक्षिणी आंतरिक कर्नाटक में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। दिल्ली, लद्दाख, रायलसीमा, मराठवाड़ा, तेलंगाना, उत्तरी आंतरिक कर्नाटक और तमिलनाडु में हल्की बारिश संभव है।