Weather Update: उत्तर भारत के मैदानी भागों में लू और हीट वेव (heat wave) का कहर जारी है। राजस्थान के बाढ़मेर में पारा 48 डिग्री तक पहुंच गया। मध्यप्रदेश में भी भीषण गर्मी पड़ रही है और यह तंदूर जैसा तप रहा है। मप्र के इंदौर में तापमान 43.3 और राजगढ़ में पारा 46 डिग्री तक पहुंच गया है। आईएमडी (IMD) ने कई राज्यों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है।
दिल्ली-एनसीआर (Delhi-NCR), राजस्थान और हरियाणा से लेकर पश्चिमी उत्तरप्रदेश के अधिकांश हिस्सों में गर्मी के सितम से लोग परेशान हैं। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने इन क्षेत्रों में हीट वेव चलने का अलर्ट (alert) जारी किया है। आईएमडी के अनुसार पूर्वी भारत के तटवर्ती इलाकों के मौसम में बदलाव आने की संभावना बढ़ गई है और बंगाल की खाड़ी में हलचल बढ़ गई है।
मध्यप्रदेश में भी भीषण गर्मी : मध्यप्रदेश में भी भीषण गर्मी पड़ रही है और यह तंदूर जैसा तप रहा है। मप्र के इंदौर में तापमान 43.3 और राजगढ़ में पारा 46 डिग्री तक पहुंच गया है। अन्य नगरों में रतलाम, धार, दमोह, खंडवा, गुना दतिया और भोपाल में तापमान 43 डिग्री के ऊपर ही चल रहा है। आईएमडी ने 4 जगह हीटवेव का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है और 10 जगहों के लिए येलो अलर्ट जारी किया है। आईएमडी के अनुसार 25 मई से मौसम के तेवर और तीख होंगे।
निम्न दबाव का क्षेत्र बनने से ओडिशा, पश्चिम बंगाल, तटीय आंध्रप्रदेश में बारिश हो सकती है। साथ ही 70 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तूफानी हवाएं चलने की संभावना भी जताई गई है। इसका असर झारखंड और बिहार में देखा जा सकता है। दूसरी तरफ दक्षिणी भारत के कई राज्यों में मूसलधार बारिश की संभावना जताई गई है।
इन राज्यों में भीषण गर्मी : राजस्थान, हरियाणा, गुजरात, मध्यप्रदेश, ओडिशा जैसे प्रदेशों में आसमान से आग बरस रही है। बाड़मेर में तो तापमान 48 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच चुका है, वहीं हरियाणा के सिरसा में अधिकतम तापमान 47.7 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। इसके अलावा मध्यप्रदेश के रतलाम और उत्तरप्रदेश के झांसी में अधिकतम तापमान 45 डिग्री रहा।
बंगाल की खाड़ी में बढ़ी मौसमी हलचल : ओडिशा में मौसम के तल्ख तेवर के नरम होने की संभावना है। बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र बन रहा है। इसके चलते चक्रवाती परिसंचरण का निर्माण हो रहा है। इसके प्रभाव के चलते ओडिशा के तटवर्ती इलाकों के साथ ही पश्चिम बंगाल और तटीय आंध्र के मौसम में परिवर्तन आ सकता है। मौसम विज्ञानियों ने 70 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलने और बारिश होने की संभावना जताई है।
मानसून के आगे बढ़ने के लिए बनीं परिस्थितियां : अगले 24 घंटों में दक्षिण-पूर्व अरब सागर, मालदीव, कोमोरिन क्षेत्र और निकोबार द्वीप समूह के कुछ हिस्सों में मानसून के आगे बढ़ने के लिए परिस्थितियां अनुकूल होती जा रही हैं। बंगाल की दक्षिण-पश्चिमी खाड़ी के ऊपर निम्न दबाव बन गया है। यह उत्तर-पश्चिमी दिशा में आगे बढ़ सकता है और 24 मई की सुबह तक एक डिप्रेशन में बदल सकता है और आगे भी तीव्र हो सकता है।
तमिलनाडु के आंतरिक भाग पर एक परिसंचरण बना हुआ है, जो समुद्र तल से 5.8 डिग्री ऊपर तक फैला हुआ है। हरियाणा और आसपास के इलाकों पर चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। इस चक्रवाती परिसंचरण से पश्चिम मध्य प्रदेश होते हुए मराठवाड़ा तक एक ट्रफ रेखा फैली हुई है। पूर्वी बांग्लादेश पर चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है। एक ट्रफ रेखा हरियाणा के ऊपर बने चक्रवाती तूफान से उत्तर प्रदेश, बिहार और गंगीय पश्चिम बंगाल होते हुए पूर्वी बांग्लादेश तक फैली हुई है। उत्तरी केरल पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। आंध्रप्रदेश के उत्तरी तट पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है।
आज के मौसम की संभावित गतिविधि : स्काईमेट वेदर (Skymet Weather) के अनुसार आज गुरुवार को केरल, तटीय कर्नाटक, लक्षद्वीप, अंडमान निकोबार द्वीप समूह और दक्षिण तमिलनाडु में हल्की से मध्यम बारिश और गरज के साथ कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना है।
तेलंगाना, कर्नाटक, तमिलनाडु, बिहार के कुछ हिस्सों और पूर्वी झारखंड, सिक्किम, पूर्वोत्तर भारत में हल्की से मध्यम बारिश संभव है। पश्चिमी हिमालय, छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, विदर्भ, मराठवाड़ा, दक्षिण कोंकण और गोवा और दक्षिण मध्यप्रदेश में हल्की बारिश संभव है। हरियाणा, दिल्ली, उत्तरप्रदेश, राजस्थान और मध्यप्रदेश में लू चल सकती है।
24 मई का दिन होगा भारी, बंगाल की खाड़ी में मची हलचल : भुवनेश्वर से प्राप्त समाचारों के अनुसार मौसम विशेषज्ञों ने इस बार अच्छी बारिश होने की संभावना जताई है। अल नीनो का प्रभाव खत्म होने और ला नीना के प्रभावी होने की प्रबल संभावनाओं के साथ ही इसकी झलक भी देखने को मिलने लगी है।
बंगाल की खाड़ी के ऊपर कम दबाव वाला क्षेत्र बनने से ओडिशा के उत्तरी जिलों में बारिश होने की संभावना है। बुधवार को भारत मौसम विभाग (IMD) ने यह जानकारी दी। मौसम विज्ञानियों ने तटीय क्षेत्रों में तेज बारिश होने की संभावनाओं के बीच मछुआरों और तटवर्ती क्षेत्रों में रहने वालों के लिए चेतावनी जारी की है।
हवा की रफ्तार होगी 70 किलोमीटर प्रति घंटा : आईएमडी ने कहा कि यह तूफान 24 मई की सुबह से 50-60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से 70 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से उत्तर बंगाल की खाड़ी के आसपास के क्षेत्रों में और 25 मई की सुबह से उत्तर-पूर्व बंगाल की खाड़ी और उससे सटे उत्तर-पश्चिम और पूर्व मध्य बंगाल की खाड़ी में 24 घंटे तक चलेगा। ओडिशा के विशेष राहत आयुक्त (एसआरसी) ने जिलाधिकारियों को सतर्क रखने और किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहने का अनुरोध किया। (Photo courtesy: IMD)