कारगिल युद्ध के दौरान तत्कालीन प्रधानमंत्री अटलबिहारी वाजपेयी के शब्दों को याद करते हुए उन्होंने कहा कि इस युद्ध में पाकिस्तान को भारतीय जांबाजों ने धूल चटा दी थी तो तब अटलजी ने कहा था कि पाकिस्तान को लग रहा था कि वह कारगिल के माध्यम से भारत पर दबाव बनाएगा। उसे लगता था कि भारत विरोध प्रतिरोध करेगा और तनाव से दुनिया डर जाएगी, कुछ लोग पंचायत करेंगे और नई रेखा खिंचेगी लेकिन ऐसा नहीं हुआ। भारत के जांबाजों ने उसे करारा जवाब दिया और उनकी वीरता पाकिस्तान पर भारी पड़ गई।
उन्होंने कहा कि भारत कभी आक्रांता नहीं रहा और हमने हमेशा मानवता के हित में शांति को महत्व दिया है। अटलजी ने पाकिस्तान के साथ शांति की जो अनूठी पहल की थी, उसने भारत के लिए पूरी दुनिया का नजरिया ही बदल दिया था। विश्व शांति के लिए भारत के लाखों सैनिकों ने बलिदान दिया है और उनके बलिदान की कहानी इजराइल से लेकर फ्रांस सहित दुनिया के विभिन्न देशों में फैली हुई है।