नई दिल्ली। तृणमूल कांग्रेस सांसद महुआ मोइत्रा ने गुरुवार को राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा में हिस्सा लेते हुए मोदी सरकार को किसानों के मुद्दों पर जमकर घेरा। उन्होंने कहा कि इस बार चुनाव में चौधरी भूलेंगे नहीं।
उन्होंने कहा कि आपने चुनाव में हार के डर से कृषि कानूनों को वापस लिया। आपको 700 से ज्यादा किसानों की मौत का कोई पछतावा नहीं है। आप किसानों को एमएसपी की गारंटी नहीं दे रहे हैं। आपने हर किसी के साथ धोखा किया। जैसे ही चुनाव नजदीक होते हैं, आप पगड़ी पहन लेते हैं और गठबंधन की पेशकश करते हैं। इस बार चौधरी भूलेंगे नहीं कि केंद्रीय मंत्री के बेटे ने 5 किसानों को अपनी गाड़ी से कुचल डाला।
उन्होंने पेगासस से लेकर धर्म संसद तक कई मुद्दों पर सरकार को घेरा। उन्होंने कहा कि यह सरकार इतिहास को बदलना चाहती है, वर्तमान पर भरोसा नहीं करती और भविष्य से डरती है।
वहीं, मोइत्रा ने बाद में ट्वीट किया था, 'लोकसभा अध्यक्ष ने मुझे 13 मिनट का समय दिया था लेकिन जब उनके कक्ष में उनके सामने यह बात रखी तो उन्होंने कहा कि वह उस समय आसन पर नहीं थे, इसलिये उन्हें जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता।'
मोइत्रा ने कहा कि इस बारे में आगे पूछने पर उन्होंने (बिरला ने) कहा कि यह तो उनका बड़प्पन है कि 13 मिनट की अनुमति दी। यह अविश्वसनीय है।
तृणमूल कांग्रेस सांसद मोइत्रा ने अपने ट्वीट में यह भी कहा था, 'मैं गुस्से या प्यार से बोलूं, इस बारे में बीच में टोककर उपदेश देने वाला आसन कौन होता है ? यह आपका काम नहीं है, मैडम। आप मुझे नियमों के बारे में ही टोक सकती हैं। आप लोकसभा के लिए नैतिक शिक्षा की शिक्षक नहीं हैं।'