सभापति का काम सदन के अंदर सांसदों को सुरक्षा देना है।
सदन में जात-पात की बात करके लोगों को बाहर भड़काने का काम नहीं करना चाहिए।
मुझे भी सदन में बोलने नहीं दिया जाता है, तो क्या मैं भी यह कहूं कि मुझे दलित होने के कारण बोलने नहीं दिया जा रहा है।
आज जैसे ही हमने सवाल करने की… pic.twitter.com/hxXTIj5nZF
There is no example of any parliament in any parliamentary democratic system in the world that has ever suspended so many people at one time.
This is a disgrace and a blot on our democracy.
: Dr. @ShashiTharoor Ji pic.twitter.com/wwf8SdGUKd