महिला ने बताया कि पुलिस उस भीड़ के साथ थी, जो हमारे गांव पर हमला कर रहे थे। शिकायत में कहा गया कि कांगपोकपी जिले में उनके गांव पर भीड़ द्वारा हमला किए जाने के बाद वो जंगल में भाग गए थे, जिसके बाद उन्हें थौब पुलिस ने बचाया और पुलिस स्टेशन ले जाया जा रहा था। लेकिन भीड़ ने रास्ते में ही उन्हें रोक दिया और थाने से लगभग 2 किलोमीटर दूर पकड़ लिया।
पिता और भाई को मार डालने का आरोप : आरोप यह भी था कि 20 वर्षीय महिला के पिता और भाई को भीड़ ने मार डाला था। महिला ने कहा कि भीड़ ने वही किया जो वो करना चाहते थे। हमने गांव छोड़ा और हम भाग गए। महिला ने आगे कहा कि उसे और उसके परिवार को इस बात की कोई जानकारी नहीं थी कि उसका वीडियो बनाया जा रहा है। वीडियो फैलाने को लेकर भी उसे कुछ नहीं पता था।
2 महीने बाद वायरल हुआ वीडियो : 2 महीने बाद आखिरकार वीडियो जब फैला तो पुलिस ने शिकायत दर्ज की। महिला ने कहा कि मणिपुर में इंटरनेट ही नहीं है। हमें कुछ पता ही नहीं चला। महिला ने कहा कि एक नहीं बल्कि भीड़ का हिस्सा कई आदमी थे। वह कुछ लोगों को तो पहचान सकती है। महिला ने भीड़ में से एक व्यक्ति को तो उसने अपने भाई का ही दोस्त बताया।