उल्लेखनीय है कि पर्रिकर के दिल्ली के एम्स में भर्ती होने के बाद से ही राज्य में नेतृत्व परिवर्तन की अटकलें लगाई जा रही थीं। इस संदर्भ में भाजपा नेतृत्व ने पार्टी महासचिव (संगठन) रामलाल एवं संयुक्त मंत्री बीएल संतोष को गोवा भेजा था। इन दोनों नेताओं ने पार्टी के विधायकों के साथ सहयोगी दलों के नेताओं से भी चर्चा की थी। इस बीच कांग्रेस ने भी सरकार बनाने की दावेदारी जताई थी।