उन्होंने आरोप लगाया कि मीडिया सलाहकार के तौर पर बारू सही से काम नहीं कर पाए और 2008 में चले गए क्योंकि उन्हें लगा कि कांग्रेस नीत संप्रग सरकार सत्ता में वापस नहीं आएगी। पूर्व आईपीएस अधिकारी ने कहा, ‘(किताब की) विषयवस्तु पूरी तरह उनका अपना नजरिया है।’ मनमोहन सरकार की बड़ी उपलब्धियों में से एक भारत-अमेरिका परमाणु समझौते में नारायणन की महत्वपूर्ण भूमिका रही थी। (भाषा)