नई दिल्ली। मोदी सरकार एक बार फिर नोटबंदी जैसा बड़ा कदम उठाने की तैयारी कर रही है। इस बार नोट बंद नहीं होंगे परंतु कालेधन पर लगाम कसने के लिए लोगों से उनके पास मौजूद सोने का हिसाब मांगा जा सकता है। सीएनबीसी-आवाज की खबर के मुताबिक, काला धन से सोना खरीदने वालों पर लगाम लगाने के सरकार खास स्कीम लाने की तैयारी में है।
सोने की बढ़ती कीमतों पर कसेगा शिकंजा : बाजार विश्लेषकों के अनुसार भू-राजनीतिक अनिश्चितता, केंद्रीय बैंकों की ओर से सोने की सतत खरीद और रुपए की विनिमय दर की कमजोरी से सोना इस साल के अंत तक 42,000 रुपए प्रति 10 ग्राम के स्तर तक पहुंच सकता है। बहरहाल सरकार के इस कदम से देश में सोने के दाम गिरने की भी संभावना है।
सोने की चमक घटेगी : आर्थिक सुस्ती के दौर में वैसे ही लोग निवेश से दूरी बना रहे हैं। इस मुश्किल समय में सरकार द्वारा सोने पर शिकंजा कसने से लोगों का इस चमकीली धातु से रुझान कम होगा। इसका असर देश भर के सराफा बाजारों पर पड़ेगा। बाजार में एक बार फिर भारी भीड़ दिखाई दे सकती है मगर यह भीड़ सोना खरीदने वालों की नहीं, बेचने वालों की होगी। आपको बता दें नोटबंदी के समय लोगों ने कालेधन से जमकर सोने की खरीदारी की थी।