मौसम विभाग ने उत्तर-पश्चिम भारत में न्यूनतम तापमान और दक्षिणी प्रायद्वीप पर मानसून से पहले की बारिश समेत 6 कारकों के आधार पर यह पूर्वानुमान जारी किया है। विभाग ने कहा कि गणना संबंधी कारकों की त्रुटियों के कारण इसमें अधिकतम 4 दिन का अंतर हो सकता है यानी मानसून 29 मई से 4 दिन पहले या 4 दिन के बाद भी आ सकता है।
मानसून के दिल्ली पहुंचने की तिथि 29 जून है और 15 जून के आसपास मानसून पूर्वी उत्तरप्रदेश में दस्तक देता है। केरल में समय से पहले मानसून के पहुंचने से यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि उत्तर भारत में भी यह जल्दी पहुंचेगा लेकिन ऐसा जरूरी नहीं है, क्योंकि यह बाद की परिस्थितियों पर भी निर्भर करेगा।
केरल में पिछले साल 30 मई को मानसून पहुंचा था। वर्ष 2016 में यह 8 जून, 2015 में 5 जून, 2014 में 6 जून तथा 2013 में 1 जून को पहुंचा था। वर्ष 2017 में मानसून को लेकर मौसम विभाग का अनुमान 30 मई था और मानसून का आगमन भी 30 मई को ही हुआ था। (वार्ता)