Modi pays tribute to Manmohan Singh: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Narendra Modi) ने शुक्रवार को पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह (Manmohan Singh) को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उनके निधन को राष्ट्र के लिए एक बड़ी क्षति बताया और कहा कि उन्हें एक दयालु इंसान, विद्वान अर्थशास्त्री और सुधारों के लिए समर्पित नेता के रूप में याद किया जाएगा।
प्रधानमंत्री मोदी ने एक वीडियो संदेश में सिंह के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए यह भी कहा कि उनका जीवन भविष्य की पीढ़ियों को सिखाता है कि कैसे विपरीत परिस्थितियों से ऊपर उठकर ऊंचाइयों को प्राप्त किया जाता है।ALSO READ: RSS ने भी दी मनमोहन सिंह को श्रद्धांजलि, दिए गए योगदान को किया याद
डॉ. सिंह का निधन राष्ट्र के लिए एक बड़ी क्षति : मोदी ने कहा कि डॉ. सिंह का निधन राष्ट्र के लिए एक बड़ी क्षति है। जीवन के हर क्षेत्र में सफलता हासिल करना कोई साधारण उपलब्धि नहीं है। विभाजन के दौरान भारत आने के बाद बहुत कुछ खोने के बावजूद उन्होंने इन उपलब्धियों को हासिल किया।
एक अर्थशास्त्री के रूप में विभिन्न स्तरों पर भारत सरकार में डॉ. सिंह के कई योगदानों को मोदी ने रेखांकित किया और चुनौतीपूर्ण समय के दौरान भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर के रूप में उनकी भूमिका की सराहना की।
सिंह ने देश को वित्तीय संकट से बाहर निकाला : प्रधानमंत्री ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री और भारतरत्न पी.वी. नरसिम्हा राव की सरकार में वित्तमंत्री के रूप में डॉ. मनमोहन सिंह ने देश को वित्तीय संकट से बाहर निकाला और एक नए आर्थिक पथ पर अग्रसर किया।
उन्होंने जोर देकर कहा कि प्रधानमंत्री के रूप में राष्ट्र के विकास और प्रगति में डॉ. सिंह के योगदान को हमेशा याद किया जाएगा। उन्होंने कहा कि लोगों और देश के विकास के प्रति डॉ. सिंह की प्रतिबद्धता को हमेशा उच्च सम्मान दिया जाता है।ALSO READ: जब मनमोहन ने कहा था कि इतिहास मेरे प्रति दयालु होगा
सिंह का जीवन उनकी ईमानदारी और सादगी का प्रतिबिम्ब रहा : मोदी ने यह भी रेखांकित किया कि डॉ. सिंह का जीवन उनकी ईमानदारी और सादगी का प्रतिबिम्ब रहा। उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि डॉ. सिंह का विशिष्ट संसदीय जीवन उनकी विनम्रता, सौम्यता और बुद्धिमत्ता के लिए जाना जाता है।
प्रधानमंत्री ने याद किया कि इस वर्ष के आरंभ में राज्यसभा में सिंह का कार्यकाल पूरा होने पर भी उन्होंने डॉ. सिंह के समर्पण को सभी के लिए प्रेरणा बताते हुए उनकी प्रशंसा की थी। उन्होंने कहा कि अपनी शारीरिक चुनौतियों के बावजूद डॉ. सिंह ने व्हीलचेयर पर बैठकर महत्वपूर्ण सत्रों में भाग लिया और अपने संसदीय कर्तव्यों को पूरा किया।ALSO READ: पाकिस्तान को सबक सिखाना चाहते थे मनमोहन सिंह, ब्रिटेन के पीएम से क्यों कही थी यह बात
प्रधानमंत्री ने कहा कि प्रतिष्ठित वैश्विक संस्थानों से शिक्षा प्राप्त करने और शीर्ष सरकारी पदों पर आसीन होने के बावजूद डॉ. सिंह अपनी साधारण पृष्ठभूमि के मूल्यों को कभी नहीं भूले।
उन्होंने कहा कि डॉ. सिंह हमेशा दलगत राजनीति से ऊपर रहे, सभी दलों के व्यक्तियों के साथ संपर्क बनाए रखा और सभी के लिए आसानी से सुलभ रहे। मोदी ने मुख्यमंत्री के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान और बाद में दिल्ली में राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर डॉ. सिंह के साथ अपनी खुली बातचीत को भी याद किया।
उन्होंने डॉ. सिंह के परिवार के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की और सभी नागरिकों की ओर से उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। इससे पहले प्रधानमंत्री ने सिंह को उनके 3, मोतीलाल नेहरू मार्ग स्थित आवास पर श्रद्धांजलि अर्पित की।
प्रधानमंत्री मोदी ने 'एक्स' पर एक पोस्ट में कहा कि डॉ. मनमोहन सिंहजी को उनके आवास पर श्रद्धांजलि अर्पित की। हमारे देश के लिए उनके योगदान को भारत हमेशा याद रखेगा।
प्रधानमंत्री मोदी शुक्रवार को दोपहर में 12.30 बजे स्वामित्व योजना के तहत 50 लाख से अधिक लोगों को संपत्ति कार्ड वितरित करने वाले थे। यह एक विशाल राष्ट्रव्यापी कार्यक्रम था जिसमें देश के विभिन्न हिस्सों से लोगों और मंत्रियों को भाग लेना था। लेकिन मनमोहन सिंह के सम्मान में इस कार्यक्रम को रद्द कर दिया गया।
पूर्व वित्तमंत्री और 2 बार प्रधानमंत्री रहे मनमोहन सिंह का गुरुवार को निधन हो गया था। वे 92 साल के थे। मनमोहन सिंह को गुरुवार की शाम तबीयत बिगड़ने पर दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में भर्ती कराया गया था। वे 22 मई 2004 से 26 मई 2014 तक 2 बार देश के प्रधानमंत्री रहे।(भाषा)