विवेकानंद के शिकागो भाषण की 125वीं वर्षगांठ, क्या बोले नरेंद्र मोदी...

Webdunia
सोमवार, 11 सितम्बर 2017 (11:22 IST)
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को स्वामी विवेकानंद के शिकागो में विश्व धर्म संसद में दिए भाषण के 125 साल पूरे होने और पंडित दीनदयाल उपाध्याय जन्मशती के मौके पर देश के युवाओं को संबोधित कर रहे हैं। इस कार्यक्रम की थीम 'यंग इंडिया न्यू इंडिया ए रिसर्जेंट नेशन:संकल्प से सिद्धि तक' है। दिल्ली के विज्ञान भवन से इसका प्रसारण... 
 
पीएम मोदी का संबोधन : लाइव अपडेट्स
* हमें बुराइयों के खिलाफ लड़ना है। अपने भीतर की बुराइयों के खिलाफ लड़ना चाहिए। 
* हमारे देश को आधुनिक होना चाहिए। 
* आप पहले कहां थे 
* हमारा सौभाग्य है कि हमारी बहुत ही महत्वपूर्ण विरासत है। हमारे दुर्भाग्य है कि हम गौरव गान से आगे बढ़ने को तैयार नहीं हैं। 
* हिन्दुस्तान के प्रति देखने का विश्व का नजरिया बदल चुका है।
* यह ताकत राज शक्ति नहीं जनशक्ति से है। 
* हम कूप मंडूक या कुएं के मेंढक नहीं बन सकते। 
* भारत उपनिषद से उपग्रह तक जाने वाला देश है। 
* क्या हमें नहीं लगता कि हम हमारी विश्वविद्यालय में पंजाब डे मनाए और सिख गुरुओं की परंपरा को याद करें। क्या सिर्फ भांगड़ा ही पंजाब है?
* हमारे भीतर का इंसान हर पल उजागर होते रहना चाहिए।
* हमें वह करना चाहिए जिससे देश की ताकत बढ़े, देश की सामर्थ्य बढ़े। रचनात्मकता के बिना तरक्की नहीं हो सकती।

* यदि सभी हिन्दुस्तानी ठान लें तो हिन्दुस्तान 125 करोड़ कदम आगे निकल जाएगा। 
* भाषाई एकता की बात करते हुए कहा कि हम विद्यालयों में अलग अलग डे मनाते हैं, क्या हम तय करेंगे कि हरियाणा में तमिलनाडु डे और पंजाब में केरल डे मनाएंगे। उनके जैसा पहनावा पहनकर आएंगे।
* इसी तरह एक भारत और श्रेष्ठ भारत बनेगा। 
* छात्र राजनीति पर कटाक्ष करते हुए मोदी ने कहा कि आज तक किसी भी छात्र नेता ने नहीं कहा कि हम अपने परिसर को साफ रखेंगे। 
* चुनाव के दूसरे दिन ही हम देखेंगे तो सिर्फ कचरा ही नजर आता है। फिर कहते हैं वंदे मातरम।
* विवेकानंद, भगतसिंह, सुखदेव, राजगुरु का भारत क्या हम नहीं बना सकते? 
* हमें रोबोट नहीं तैयार करने चाहिए, हमें रचनात्मकता चाहिए। 
 
* संकट में घिरे विश्व को जब हम कुछ दे पाएंगे जब हम अपनी बातों पर गर्व करें। 
* जो बात किसी समय सही हो, जरूरी नहीं कि वह आज भी सही हो, यदि वह गलत है तो हमें आवाज उठाकर उसे ‍नष्ट करने के लिए निकल पड़ना चाहिए। 
* जो किनारे रहता है वह कभी डूबता नहीं।
* भारत में प्रतिभाओं की कमी नहीं। 
* छूआछूत और जात पांत को स्वामी जी पागलपन कहते थे। 
 
* स्वामी विवेकानंद की सफलता के पीछे आत्मसम्मान और आत्मगौरव का भाव था।
* विवेकानंद और जमशेद जी टाटा के बीच जो संवाद हुआ था, तब उन्होंने मेक इन इंडिया की बात कही थी। उनसे स्वामीजी ने उद्योग लगाने की बात कही थी। इस बात को जमशेदजी टाटा ने भी स्वीकार किया था। 
* विवेकानंद जी ने ही सबसे पहले कृषि क्रांति की बात कही थी। 
* 9/11 यानी आज आचार्य विनोबा भावे की भी जयंति है, जिन्होंने महात्मा गांधी जी कर दिखाया। 
 
*स्वामी विवेकानंद ने पल दो पल में अपने विश्व को अपना बना लिया था।
*स्वामी विवेकानंद ने अपनी तपस्या से मां भारती को अपने अंदर आत्मसाथ किया था।
*जिस धरती पर स्वामी विवेकानंद ने 9/11 पर प्रेम और शांति का संदेश दिया था, उसी 9/11 पर विनाश और विकृति की दास्ता लिखी गई।
*30 साल के नौजवान स्वामी विवेकानंद ने कहा था भगवान पूजा पाठ करने से नहीं लोगों की सेवा करने से मिलेगा।
*जीवन में स्वामी विवेकानंद जीवन में कभी गुरु खोजने नहीं निकले थे, वो सत्य की तलाश में थे।
*विवेकानंद जी के दो रूप थे, विश्व में वे जहां भी गए बड़े विश्वास के साथ भारत का महिमामंडन करते थे।
*विवेकानंद हमारे समाज के अंदर की बुराईओं को कोसते थे, और उनके खिलाफ आवाज उठाते थे।

* अस्पतालों और डॉक्टरों की वजह से हम स्वस्थ नहीं हैं बल्कि सफाई करने वालों की वजह से हम स्वस्थ हैं। 
* कभी मैंने बोला था कि पहले शौचालय फिर देवालय तो मेरे बाल खींचे गए थे। 
* क्या खाना क्या नहीं खाना हमारी परंपरा का हिस्सा नहीं, ये व्यवस्था का हिस्सा है। 

* ये हमारी भारत माता सुजलाम सुफलाम है।
* पूरे हिन्दुस्तान का सवाल है कि क्या हमें वंदे मातरम कहने का हक है?
* चारों तरफ कूड़ा कचरा फैलाएं और कहें वंदे मातरम?
* हम सफाई करें या न करें भारत को गंदा करने का हक नहीं।
* वंदे मातरम बोलने का सच्चा हक सफाई करने वालों को।
* क्या हमने सोचा है कि किसी भाषण की 125वीं वर्षगांठ मनाई जाएगी।

* अपने भाषण से विश्व को जीतने वाला असली 9/11 था। उनका भाषण ऐतिहासिक भाषणों में से एक था। 
* 125 साल पहले भारत के एक युवक ने दुनिया को एकात्मवाद से परिचय कराया था। 
* देश के 4000 से ज्यादा स्कूलों में दिखाया जा रहा है नरेन्द्र मोदी का भाषण।
* विवेकानंद जहां भी गए वहां विश्वास और गौरव के साथ भारत का महिमामंडन किया। 
* विवकेनंद ने समाज में व्याप्त बुराइयों के खिलाफ आवाज उठाई। 
* स्वामीजी जब धर्मसंसद में भाग लेने अमेरिका गए थे तो आयोजकों ने उनके आगे शून्य लिख दिया था।

* 125 साल पहले भी एक 9/11 था, जब इस देश के एक नौजवान ने साबित कर दिया विश्व को देने की ताकत यहां के चिंतन में है, यहां की जीवन शैली में है।   
* विश्व उसे (विवेकानंद को) गुलाम भारत के प्रतिनिधि के रूप में था। 
* नरेन्द्र मोदी ने कहा कि 2001 के पहले किसी को भी नहीं पता था कि 9/11 का महत्व क्या, महात्म्य क्य है।
 
उल्लेखनीय है कि उनके इस कार्यक्रम को लेकर भी विवाद हो गया है। यूनिवर्सिटी ग्रांट कमीशन (UGC) ने सभी विश्वविद्यालयों में पीएम मोदी के भाषण का LIVE प्रसारण करने का आदेश जारी किया है. लेकिन पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस पर ऐतराज जताया है। राज्य सरकार ने अपने अधिकार क्षेत्र में आने वाली सभी यूनिवर्सिटी और कॉलेजों को यूजीसी के आदेश को नजरअंदाज करने को कहा है।
 
इससे पहले पश्चिम बंगाल सरकार ने 15 अगस्त के मौके पर देशभक्ति से जुडे कार्यक्रम आयोजित करने के मानव संसाधन मंत्रालय के आदेश को भी मानने से इनकार कर दिया था।
 
बंगाल के संस्थानों ने कहा कि उन्हें यूजीसी से किसी प्रकार का आदेश नहीं मिला है। जाधवपुर यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर सुरंजन दास ने कहा कि उन्हें इस तरह का कोई खत नहीं मिला है। उन्होंने बताया, 'मुझे यूजीसी से इस तरह के किसी सर्कुलर की जानकारी नहीं है। आजकल यूजीसी अपनी वेबसाइट पर सर्कुलर अपलोड करती है। पत्र आने दीजिए फिर फैसला करेंगे। सामान्यतया इस तरह के मामलों में हम राज्य सरकार से मशविरा करते हैं और फिर आखिरी फैसला लेते हैं।'

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