नई दिल्ली। अडाणी समूह से जुड़े कथित घोटाले के खिलाफ ज्ञापन देने जा रहे विपक्षी सांसदों को पुलिस ने बुधवार को विजय चौक पर ही रोक दिया। वहीं, पुलिस ने धारा 144 का हवाला देते हुए कहा कि कानून का पालन करना चाहिए। ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस ने इस मार्च में हिस्सा नहीं लिया।
दरअसल, अडाणी मामले में कांग्रेस, आम आदमी पार्टी, समाजवादी पार्टी समेत 18 दलों के सांसदों ने संसद से प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ऑफिस तक के लिए मार्च निकाला था। हालांकि मार्च ईडी दफ्तर पहुंचता उससे पहले ही विजय चौक पर पुलिस ने धारा 144 का हवाला देते हुए उन्हें रोक दिया। पुलिस के रोकने के बाद सांसद विजय चौक से वापस लौट गए।
विपक्ष की आवाज दबाना चाहती है सरकार : विपक्षी सांसदों का कहना था कि वे ईडी कार्यालय जाकर ज्ञापन देना चाहते थे, लेकिन हमें ईडी दफ्तर नहीं जाने दिया जा रहा है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि सरकार विपक्ष की आवाज दबाना चाहती है। हमें शांतिपूर्ण प्रदर्शन नहीं करने दिया जा रहा है।
खरगे ने कहा कि हम ईडी के दफ्तर जाकर अपनी बात कहना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि अडाणी और मोदी के रिश्तों की जांच होनी चाहिए। दूसरी ओर, आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह ने कहा कि अडाणी के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं हो रही है? मोदी भारत के प्रधानमंत्री हैं या फिर अडाणी के?
विपक्षी सांसदों के मार्च के मद्देनजर दिल्ली पुलिस ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं। वहीं, यदि गिरफ्तारी की स्थिति बनती है तो उसके लिए बसें भी तैयार रखी गई हैं।