उन्होंने कहा कि भारत का यह स्पष्ट रुख रहा है कि यह क्षेत्र पाकिस्तान के अवैध कब्जे में है और वहां किसी भी प्रकार की गतिविधि भारत की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता का उल्लंघन है। मंत्री ने कहा कि हमने अपनी स्थिति स्पष्ट करते हुए पाकिस्तान और चीन दोनों को पत्र लिखे हैं। सरकार अपने रुख पर कायम है। (भाषा)