नई दिल्ली। संसद में किसानों के मुद्दे पर बुधवार को विपक्ष के हंगामे के चलते दोनों लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही में बाधा उत्पन्न हुई। लोकसभा में तो प्रश्नकाल नहीं हो पाया और सदन की कार्यवाही 12 बजे तक स्थगित कर दी गई।
पूर्वाह्न 11 बजे सदन की कार्यवाही शुरू होने पर लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने सबसे पहले भारतीय संसदीय प्रतिनिधिमंडल की रूस यात्रा की जानकारी दी और कहा कि उनके नेतृत्व में हुई इस यात्रा से दोनों महान देशों की मैत्री और मज़बूत हुई है।
इसके बाद जैसे ही अध्यक्ष ने प्रश्नकाल आरंभ करने की घोषणा की वैसे ही विपक्षी सदस्य प्रश्नकाल रद्द करके किसानों के मुद्दे पर तुरंत चर्चा कराने की मांग करने लगे। कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, वामदल, राष्ट्रीय जनता दल आदि के सदस्य आसन के सामने आकर नारेबाजी करने लगे।
इस पर संसदीय कार्यमंत्री अनंत कुमार ने कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे से आग्रह किया कि कृषि संकट के बारे में सदन की कार्यसूची में नियम 193 के तहत चर्चा सूचीबद्ध है, जिसमें विपक्ष किसानों के संकट, उनकी चुनौतियों पर चर्चा करे। सरकार भी बताने को तैयार है कि उसने क्या किया है। इसलिए वे सदन में व्यवधान ना डालें और कार्यवाही चलने दें।
विपक्षी सदस्यों ने 'किसानों को गोली मारना बंद करो', 'झूठे वादे बंद करो', 'एमएसपी का क्या हुआ' आदि नारे लगाना जारी रखा। श्रीमती महाजन ने भी कहा कि नियम 193 के तहत चर्चा होनी है तो फिर व्यवधान क्यों? इसका मतलब है कि सदस्य सदन चलाने के इच्छुक नहीं हैं। इसके बाद उन्होंने कार्यवाही 12 बजे तक स्थगित करने की घोषणा कर दी। कल भी इसी मुद्दे पर विपक्ष के हंगामे के कारण लोकसभा की कार्यवाही नहीं चली थी। (वार्ता)