PM Modi in Jamui : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आदिवासी लोगों के लिए पढ़ाई, कमाई और दवाई को सरकार की शीर्ष प्राथमिकता बताते हुए कहा कि उनकी सरकार ने इस समुदाय के कल्याण के लिए अलग मंत्रालय बनाया तथा बजट 25,000 करोड़ रुपये से बढ़ाकर 1.25 लाख करोड़ रुपए किया।
बिहार के जमुई में प्रधानमंत्री मोदी ने आदिवासी नायक बिरसा मुंडा की जयंती के अवसर पर 6,640 करोड़ रुपए की लागत वाली कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करने के बाद कहा कि देश के आदिवासी समुदाय को पहले न्याय नहीं मिलता था। अगर देश को आजादी एक परिवार की वजह से मिली तो बिरसा मुंडा ने उलगुलान आंदोलन क्यों शुरू किया था? उन्होंने कहा कि अनेक आदिवासी नेताओं ने स्वतंत्रता संघर्ष में अहम भूमिका निभाई थी।
मोदी ने आरोप लगाया कि पिछली सरकारों ने कभी आदिवासी लोगों के कल्याण के लिए काम नहीं किया। उन्होंने कहा कि हमारी शीर्ष प्राथमिकता आदिवासी लोगों के लिए पढ़ाई, कमाई और दवाई है। इनके जीवन से मुश्किलें कम करने के लिए ही 24 हजार करोड़ रुपए की पीएम जनमन योजना शुरू की गई। इस योजना से देश की सबसे पिछड़ी जनजातियों की बस्तियों के विकास सुनिश्चित हो रहा है। आज इस योजना का एक साल पूरा हो रहा है।
इस दौरान हमने अति पिछड़ी जनजातियों को हजारों पक्के घर दिए हैं। पिछड़ी जनजातियों की बस्तियों को जोड़ने के लिए सैकड़ों किमी की सड़कों पर काम शुरू हो चुका है। आदिवासी कला-संस्कृति के लिए समर्पित अनेक लोगों को पद्म पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि हमने आदिवासी कल्याण के लिए अलग मंत्रालय बनाया, तथा बजट 25,000 करोड़ रुपये से बढ़ाकर 1.25 लाख करोड़ रुपये किया। हमने अनेक प्रावधानों को सरल बनाया, आदिवासियों के फायदे के लिए 90 वन उत्पादों का न्यूनतम साझा मूल्य (एमएसपी) तय किया। जनजातीय लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए सरकार द्वारा कई कदम उठाए जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष आज के दिन मैं धरती आबा बिरसा मुंडा के गांव उलिहातू में था। आज उस धरती पर आया हूं, जिसने शहीद तिलका मांझी का शौर्य देखा है। लेकिन इस बार का ये आयोजन और भी खास है। आज से पूरे देश में भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जन्मजयंती का उत्सव शुरू हो रहा है। ये कार्यक्रम अगले एक साल तक चलेंगे।