मोदी ने कहा कि कुछ दिन पहले मुझे सूफी परंपरा के विद्वानों से मिलने और उनकी बातें सुनने का अवसर मिला। उनके तजुर्बे से, उनकी बातें, उनके शब्दों का चयन, उनके बातचीत का तरीका... सूफी परंपरा की उदारता, सौम्यता को प्रदर्शित करता है। सूफी परंपरा में एक संगीत का लय है, उन सबकी अनुभूति इन विद्वानों के बीच में हुई।