(पीएम मोदी के साथ सीएम मोहन यादव भोपाल में तो मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने इंदौर में संभाला मोर्चा)
भारत माता की जय। मां अहिल्या अमर रहे और हर- हर महादेव के जयकारों की गूंज के साथ मेट्रो रेल का पहला सफर इंदौर के इतिहास में हमेशा के लिए दर्ज हो गया। किसी के हाथों में तिरंगा था तो कोई भगवान शिव की प्रतिमा के साथ यहां पहुंचा। कोई मां अहिल्या की तस्वीर को सीने से लगाए हुए था तो कोई पारंपरिक परिधानों में सजधज कर पूरे जोश, जुनून और जज्बात के साथ इंदौर मेट्रो रेल में पहला कदम रखकर सफर का इंतजार कर रहा था। उत्साह का चरम ऐसा कि मेट्रो के शुभारंभ के क्षण का गवाह बनने के लिए कोई बुजुर्ग अपने बच्चों के सहारे मेट्रो के अहिल्याबाई स्टेशन पहुंचा तो दिव्यांग व्हीलचेअर पर यहां तक आए। अमीर- गरीब, संभ्रात और मजदूरी करने वाले से लेकर टीसीएस और इन्फोसिस जैसी कॉर्पोरेट कंपनियों में नौकरी करने वाला हर शख्स इस क्षण का गवाह बनने के लिए बेसब्री से यहां मौजूद था।
31 मई 2025 का यह दिन जहां मां अहिल्या की 300वीं जयंती के रूप में याद रखा जाएगा, वहीं अब इंदौर में मेट्रो रेल के शुभारंभ के तौर पर भी दर्ज हो गया। जैसे ही 12 बजे पीएम मोदी ने भोपाल से इंदौर की मेट्रो का वर्चुअल शुभारंभ किया और पहली राइड को हरी झंडी दिखाई वैसे ही इंदौर का पहला मेट्रो स्टेशन जयकारों से गूंज उठा। कुल मिलाकर मेट्रो रेल के पहले सफर का लुत्फ उठाते हुए इंदौरवासियों ने इस प्रोजेक्ट को मां अहिल्या के चरणों में समर्पित कर दिया।
मेट्रो का सबसे पहला सफर नारीशक्ति के लिए : दरअसल, शनिवार (31 मई 2025) को इंदौर में अहिल्या देवी स्टेशन से सुपर कॉरिडोर स्टेशन नंबर 3 तक का कमर्शियल रन किया गया। यह हिस्सा करीब 6 किमी का है। पीएम मोदी ने भोपाल से इंदौर मेट्रो रेल का शुभारंभ किया। पहली राइड यानी सबसे पहला सफर नारीशक्ति के नाम रहा। सैंकडों महिलाएं इंदौर के कोने कोने से यहां मेट्रो में पहली यात्रा करने के लिए पहुंची। मेट्रो के सफर के लिए उनका इंतजार, जोश और उत्साह चरम पर था।
व्हीलचेअर पर पहुंची दिव्यांग : इंदौर की ही 30 साल की एक दिव्यांग महिला पूजा शर्मा व्हीलचेअर पर बैठकर मेट्रो स्टेशन पहुंची। वे बचपन से ही दिव्यांग है, लेकिन उनकी इच्छा थी कि वे इस क्षण का गवाह बने तो अपने भाई के साथ व्हीलचेअर पर मेट्रो में बैठने के लिए आई। उन्होंने वेबदुनिया को बताया कि वे इस ऐतिहासिक पल का हिस्सा बनकर अभिभूत हैं।
बच्चों के सहारे पहुंचे बुजुर्ग : इंदौर के कई बुजुर्ग अपने बच्चों के सहारे यहां पहुंचे और मेट्रो का सफर किया। इनमें कई इंदौर के थे तो कई आसपास के और दूर दराज के इलाकों से लोग आए थे। इंदौर नगर निगम की सफाई मित्र महिलाएं भी यहां बडी संख्या में मेट्रो में सफर के दौरान बेइंतहा खुश नजर आईं। उनका कहना था कि वे पहली बार मेट्रो में बैठीं हैं और इतनी खुश हैं कि अपनी खुशी को बयान नहीं कर सकतीं। कई संस्था और संगठनों की महिलाएं यहां सजधज कर और पारंपरिक परिधानों में मेट्रो में बैठने आईं। एक तरफ स्कूल के बच्चों ने मेट्रो की पहली राइड का मजा लिया तो वहीं कई कॉलेज और स्पोर्टस एकेडमी के बच्चों ने अपनी कोच शिवानी पवार के साथ मेट्रो का सफर किया।
महिला वर्ग को साधने की कवायद : कुल मिलाकर इंदौर मेट्रो रेल शुभारंभ के मौके से सरकार ने प्रदेश के महिला वर्ग को साधने की कोशिश की है। इंदौर के कई इलाकों से स्थानीय नेताओं को महिलाओं को यहां लाने का जिम्मा सौंपा गया था। स्टेशन के बाहर खडी सिटी बसें बता रही थीं कि इनमें महिलाओं को भरकर लाया गया है। इसके अलावा दूसरे वाहनों से भी महिलाएं यहां पहुंची। बता दें कि जयंती की पूर्व संध्या पर इंदौर के 30 से ज्यादा चौराहों पर महिलाओं ने ट्रैफिक संभाला था।
विरांगनाओं के नाम 5 स्टेशन : देश की विरांगनाओं के नाम मेट्रो के पांच स्टेशन समर्पित किए गए हैं। इस रूट पर आने वाले गांधीनगर स्टेशन का नाम मां अहिल्या देवी होगी वहीं इस रूट में आने वाले अन्य स्टेशनों के नाम दुर्गावती, अवंतिका बाई, झलकारी बाई और ऑपरेशन सिंदूर की याद में एक स्टेशन का नाम सिंदूर रखा गया है। नगरीय आवास व विकास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने यह घोषणा की। इन स्टेशन पर विरांगनाओं के फोटो भी लगाए जाएंगे।
मोहन भोपाल में, कैलाश इंदौर में : प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव पीएम मोदी के साथ भोपाल में उपस्थित रहे तो वहीं इंदौर में मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने इंदौर में मोर्चा संभाला। उनके साथ सांसद शंकर लालवानी, विधायक मधू वर्मा, महापौर पुष्यमित्र भार्गव समेत कई स्थानीय नेता मौजूद थे। वहीं नगर निगम प्रशासन से कमिश्नर शिवम वर्मा, कलेक्टर आशीष सिंह समेत पुलिस और प्रशासन के तमाम अधिकारी मौजूद रहे।
350 लोग कर सकेंगे यात्रा : इन सीटों पर 45 से ज्यादा यात्री बैठ सकेंगे। हर कोच के दरवाजें स्वचलित हैं। करीब 350 लोग यात्रा कर सकेंगे। बीच वाले हिस्से और दरवाजे तक पर्याप्त जगह है, जहां 300 से ज्यादा यात्री खड़े हो सकेंगे। कोच में यात्रियों के मोबाइल चार्जिंग के लिए पर्याप्त पॉइंट हैं।
80 से 100 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड : यह 80 से 100 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड से चलेगी। बता दें कि तीनों कोच को जोड़ने के बाद एक ट्रेन बनेगी। इसकी लम्बाई 67 मीटर है।
जानिए इंदौर मेट्रो को
3 कोच को जोड़कर एक ट्रेन बनी है
एक ट्रेन की लम्बाई 67 मीटर है
मेट्रो 80 से 100 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड से चलेगी
सभी कोच स्टेनलेस स्टील के हैं
मेट्रो कोच सफेद और पीले रंग के लुक में बनाए गए हैं
सभी डिब्बे स्टेनलेस स्टील से बने हैं
पहले और तीसरे कोच के आगे का हिस्सा इंजन की तरह भी काम करेगा
बीच का कोच ट्रेलर कार है
अभी मेट्रो को लोको पायलेट चलाएंगे
बाद में इसका संचालन ऑटोमैटिक होगा
कितने कोच, कितने रूट
इंदौर मेट्रो के लिए कुल 75 कोच आएंगे
शुरुआत में 3-3 कोच की 25 ट्रेन चलाई जाएगी
इंदौर में 4 रूट पर मेट्रो चलाई जाएगी
मेट्रो इंदौर में गांधी नगर से शुरुआती 5 स्टेशन पर चलेगी
एक रूट एयरपोर्ट से गांधी नगर, रेडिसन चौराहा, पलासिया और बंगाली होते हुए एयरपोर्ट तक जाएगा
अभी गांधीनगर से सुपर कॉरिडोर (6 किमी) का कमर्शियल रन है
कितनी लागत, कितने स्टेशन
इंदौर मेट्रो की येलो लाइन की कुल लंबाई 31.32 किलोमीटर है
इसमें 22.62 किलोमीटर एलिवेटेड होगा
8.7 किलोमीटर भूमिगत हिस्सा है
इस रूट पर कुल 28 स्टेशन प्रस्तावित हैं
मेट्रो परियोजना की कुल लागत 7,500 करोड़ है
प्रारंभिक 6 किलोमीटर लंबे सुपर प्रायोरिटी कॉरिडोर पर 1,520 करोड़ खर्च
मेट्रो की खास विशेषताएं
मेट्रो अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस है
मेट्रो में वातानुकूलित, प्रदूषण रहित आधुनिक कोच हैं
हर स्टेशन पर लिफ्ट, एस्केलेटर और ऑटोमेटिक टिकट सिस्टम
दिव्यांगजनों के लिए ब्रेल लिपि, टैक्टाइल टाइल्स और व्हीलचेयर
हर स्टेशन व कोच में CCTV, फायर सिस्टम, आपातकालीन बटन
दृष्टिहीन यात्रियों के लिए ऑडियो अनाउंसमेंट और इंटरकॉम सिस्टम
शौचालय, पीने का पानी, बैठने की सुविधा शामिल
QR आधारित स्मार्ट टिकटिंग
AI ट्रैकिंग और केंद्रीकृत कंट्रोल सेंटर से निगरानी होगी
कितना होगा किराया, कितने यात्री करेंगे सफर
अभी 6 किलोमीटर हिस्से में चलेगी मेट्रो ट्रेन
पहले सप्ताह यात्रियों के लिए मुफ्त होगा मेट्रो का सफर
एक बार में 980 से ज्यादा यात्री कर सकेंगे सफर
एक स्टेशन पर 2 दो मिनट के लिए रुकेगी मेट्रो
एक स्टेशन से दूसरे तक 2 से 3 मिनट में पूरी होगी दूरी
दो स्टेशनों के बीच का किराया 20 रुपए होगा