उन्होंने कहा कि रक्षा मंत्रालय में इस व्यवस्था को लागू करने के लिए लंबे समय से विचार चल रहा था। उन्होंने कहा कि सरकार सेनाओं की सभी जरुरतों को पूरा करने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ेगी। तीनों सेनाओं को एक कमान के नीचे लाने के लिए इस निर्णय का लंबे समय से इंतजार किया जा रहा था।