सोशल मीडिया पर दिखा PM मोदी का मोर प्रेम, वीडियो के साथ शेयर की यह कविता

रविवार, 23 अगस्त 2020 (15:46 IST)
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को अपने ट्‍विटर अकाउंट पर एक वीडियो साझा किया जिसमें वह अपने आधिकारिक आवास पर सुबह की सैर और व्यायाम के दौरान मोर को दाना खिलाते दिख रहे हैं।

1 मिनट और 47 सेकंड के एक इस वीडियो में प्रधानमंत्री के 7, लोक कल्याण मार्ग स्थित उनके आवास से कार्यालय तक टहलने की कुछ झलकियां भी शामिल हैं।
 
सूत्रों का कहना है कि सुबह की सैर के दौरान प्रधानमंत्री अक्सर मोरों के साथ समय व्यतीत करते हैं। उनका कहना है कि प्रधानमंत्री का पर्यावरण से जुड़े मुद्दों से गहरा लगाव रहा है और इस विषय पर उन्होंने दो किताबें भी लिखी हैं। उनके मुताबिक अपने आवास पर प्रधानमंत्री ने ग्रामीण क्षेत्रों में पाए जाने वाले कुछ ढांचे भी निर्मित करवाएं हैं, ताकि पक्षी वहां अपना घोंसला बना सकें।
 
वीडियो के साथ प्रधानमंत्री ने एक हिंदी कविता ‘भोर भयो, बिन शोर, मन मोर, भयो विभोर’ भी साझा की। प्रधानमंत्री ने सबसे पहले अपने इंस्टाग्राम पेज पर यह वीडियो डाली और बाद में उन्होंने ट्‍विटर पर भी इसे साझा किया।

भोर भयो, बिन शोर,
मन मोर, भयो विभोर,
रग-रग है रंगा, नीला भूरा श्याम सुहाना,
मनमोहक, मोर निराला।

रंग है, पर राग नहीं,
विराग का विश्वास यही,
न चाह, न वाह, न आह,
गूँजे घर-घर आज भी गान,
जिये तो मुरली के साथ
जाये तो मुरलीधर के ताज। pic.twitter.com/Dm0Ie9bMvF

— Narendra Modi (@narendramodi) August 23, 2020
सूत्रों का कहना है कि पर्यावरण पर अपनी दृष्टि का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री ने जिन दो किताबों की रचना की है वे हैं ‘कनवीनिएंट एक्शन: गुजरात्स रिस्पांस टू चैलेंजेस ऑफ क्लाइमेट चेंज’ और ‘कनवीनिएंट एक्शन-कंटीन्यूटी फॉर चेंज’।
 
उनकी एक अन्य पुस्तक का नाम है ‘आंख आ धन्य छे’। यह पुस्तक प्रकृति पर लिखी गई कविताओं का संकलन है। मूल रूप से यह पुस्तक गुजराती भाषा लिखी गई है जिसका बाद में कई अन्य भाषाओं में भी अनुवाद किया गया। जब दुनिया जलवायु परिवर्तन की बात कर रही थी, तब मोदी ने ‘जलवायु न्याय’ की चर्चा की। उन्होंने जलवायु परिवर्तन के खिलाफ लड़ाई को मानवीय मूल्यों से जोड़ा।
 
गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में मोदी ने जलवायु परिवर्तन के अभिनव समाधान तैयार करने के लिए अलग जलवायु परिवर्तन विभाग बनाया। इस भावना को पेरिस में 2015 के COP21 शिखर सम्मेलन में भी देखा गया था, जहां मोदी ने पर्यावरण से जुड़े मुद्दों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
 
सूत्रों ने बताया, ‘प्रधानमंत्री ने अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन के शुभारंभ में अग्रणी भूमिका निभाई ताकि बेहतर भविष्य के लिए सौर ऊर्जा को बढ़ावा मिल सके। प्रधानमंत्री ‘मैन वर्सेज वाइल्ड’ शो में भी दिखे थे जिसमें प्रकृति के साथ रहने के भारतीय लोकाचार का उल्लेख है। पर्यावरण संरक्षण के प्रति उनके प्रयासों के लिए प्रधानमंत्री मोदी को संयुक्त राष्ट्र के ‘चैंपियंस ऑफ अर्थ अवॉर्ड’ से भी सम्मानित किया गया।

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