राष्ट्रपति चुनाव के निर्वाचक मंडल में विभिन्न दलों की स्थिति देखी जाए तो विपक्ष की 'मीरा' पर राजग प्रत्याशी 'राम'(नाथ) का पलड़ा भारी नजर आ रहा है। कोविंद को सत्तारूढ़ राजग के साथ-साथ जदयू, बीजद, अन्नाद्रमुक, टीआरएस सहित कई छोटे दलों का भी समर्थन मिलता दिख रहा है, जबकि मीरा कुमार को कांग्रेस के अलावा 16 अन्य दलों का समर्थन मिला है।
राष्ट्रपति चुनाव के लिए संसद भवन के अलावा सभी राज्यों के विधानमंडलों में मतदान सुबह 10 बजे से शाम पांच बजे तक होगा। संसद के कक्ष संख्या 62 में मतदान होगा। राज्यों में भी चुनाव की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। सांसदों के मतपत्र हरे रंग और विधायकों और विधान पार्षदों के मतपत्र गुलाबी रंग के हैं। मतों की गिनती 20 जुलाई को पूर्वाह्न 11 बजे शुरू होगी।
राष्ट्रपति का चुनाव 'इलेक्टोरल कॉलेज' द्वारा किया जाता है, जिसमें देश के सांसद एवं विधायक मतदान करते हैं। राष्ट्रपति चुनाव में कुल वोट के 48 फीसदी वोट राजग के पास हैं। इनमें से 40 फीसदी वोट केवल भाजपा का है। दूसरी तरफ अन्नाद्रमुक के पांच फीसदी, बीजद के तीन प्रतिशत, टीआरएस के दो फीसदी, जद यू के दो फीसदी से कम और वाईएसआर कांग्रेस और इंडियन नेशनल लोकदल दोनों के मिलाकर दो फ़ीसदी वोट हैं। इन सभी के मिलाकर 14 फीसदी वोट हैं।
राष्ट्रपति चुनाव में कुल वोट 10,98,903 हैं। इन वोटों में 5,49,408 सांसदों के और 5,49,495 विधायकों के वोट हैं। राष्ट्रपति चुने जाने के लिए किसी भी उम्मीदवार को आधे से एक वोट अधिक होना चाहिए।
आंकड़े बताते हैं कि भाजपा के पास 4,42,117, कांग्रेस के पास 1,61,478, तृणमूल कांग्रेस 63,847, तेलुगुदेशम पार्टी के 31,116, शिवसेना के 25, 893, समाजवादी पार्टी के 26,060, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के 27,069 मत, बहुजन समाज पार्टी के 8,200, जद यू के 20,935 और राष्ट्रीय जनता दल के 18,796 मत हैं।