दुनिया जिस भरोसेमंद साथी को तलाश रही, उस पर खरा उतरने का सामर्थ्य भारत के पास : मोदी

Webdunia
शुक्रवार, 3 जून 2022 (20:17 IST)
लखनऊ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को यहां तीसरे उत्तर प्रदेश निवेशक सम्मेलन के उद्घाटन समारोह में कहा कि दुनिया आज जिस भरोसेमंद साथी को तलाश रही है, उस पर खरा उतरने का सामर्थ्य सिर्फ लोकतांत्रिक भारत के पास है। उन्होंने कहा कि दुनिया आज भारत की संभावना को भी देख रही है और भारत के प्रदर्शन की भी सराहना कर रही है।

उन्होंने कहा, मैं उत्तर प्रदेश के काशी के सांसद के नाते निवेशकों का स्वागत करता हूं। निवेशकों का इसलिए मैं धन्यवाद करता हूं कि उन्होंने उत्तर प्रदेश की युवा शक्ति पर भरोसा किया है। उत्तर प्रदेश की युवा शक्ति में वह सामर्थ्य है, जिससे आपके सपनों और संकल्पों को नई उड़ान, नई ऊंचाई मिल सकती है। आप जिस संकल्प को लेकर आए हैं, प्रदेश के नौजवानों का परिश्रम, उनका पुरुषार्थ, उनका सामर्थ्य, उनकी समझ, उनका समर्पण आपके सभी संकल्पों को पूरा करके रहेगा, यह मैं आपको विश्वास दिलाता हूं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को यहां तीसरे उत्तर प्रदेश निवेशक सम्मेलन की ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी में राज्य में 80,000 करोड़ रुपए से अधिक की 1,406 परियोजनाओं का शुभारंभ किया। मोदी ने कहा, काशी का सांसद हूं, तो एक सांसद के नाते मैं ये  कहने का लोभ छोड़ नहीं सकता हूं कि कभी समय निकालकर मेरी काशी देखकर आइए। काशी बहुत बदल गई है। विश्‍व की ऐसी नगरी अपने पुरातन सामर्थ्‍य के साथ नए रंग-रूप में सज सकती है, ये उत्‍तर प्रदेश की ताकत का जीता-जागता उदाहरण है।

मोदी ने कहा, दुनिया में जो वैश्विक परिस्थितियां बनी हैं, वह हमारे लिए बड़े अवसर भी लेकर आई हैं। दुनिया आज जिस भरोसेमंद साथी को तलाश रही है, उस पर खरा उतरने का सामर्थ्य सिर्फ हमारे लोकतांत्रिक भारत के पास है। दुनिया आज भारत की संभावना को भी देख रही है और भारत के प्रदर्शन की भी सराहना कर रही है। कोरोना काल में भी भारत रुका नहीं, बल्कि उसने अपने सुधार की गति को और बढ़ा दिया है। इसका परिणाम आज हम सभी देख रहे हैं।

उन्होंने कहा, हम जी-20 अर्थव्यवस्थाओं में सबसे तेज़ी से बढ़ रहे हैं। आज भारत, वैश्विक खुदरा सूचकांक में दूसरे नंबर पर है। भारत, दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा ऊर्जा का उपभोक्ता देश है। बीते साल दुनिया के सौ से अधिक देशों से 84 अरब डॉलर का रिकार्ड एफडीआई आया है। भारत ने बीते वित्त वर्ष में 417 अरब डॉलर यानी तीस लाख करोड़ रुपए से ज्यादा की वस्तुओं का निर्यात कर नया रिकॉर्ड बनाया है।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, उत्तर प्रदेश में 80 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा के निवेश से संबंधित समझौते यहां हुए हैं। ये रिकॉर्ड निवेश उत्तर प्रदेश में रोजगार के हजारों नए अवसर बनाएगा। ये भारत के साथ ही उत्तर प्रदेश की वृद्धि गाथा पर बढ़ते विश्वास को दिखाता है। आज के इस आयोजन के लिए मैं प्रदेश के नौजवानों को विशेष बधाई दूंगा, क्योंकि इसका सबसे बड़ा लाभ राज्य के युवकों को, यु‍वतियों को, हमारी नई पीढ़ी को होने वाला है।

मोदी ने कहा, हाल ही में केंद्र की राजग सरकार ने अपने आठ वर्ष पूरे किए हैं। इन वर्षों में में हम जैसा अभी योगी जी (मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ) बता रहे थे हम रिफार्म, परफार्म, ट्रांसफार्म के मंत्र के साथ आगे बढ़े हैं। हमने नीतिगत स्थिरता पर जोर दिया है, समन्वय पर जोर दिया है, कारोबारी सुगमता पर जोर दिया है।

प्रधानमंत्री ने आगे कहा, हमने सुधारों के माध्यम से एक राष्ट्र के रूप में भारत को मजबूती देने का काम किया है। एक राष्ट्र-एक कर जीएसटी हो, एक राष्ट्र-एक ग्रिड हो, एक राष्ट्र-एक मोबिलिटी कार्ड हो, एक राष्ट्र-एक राशन कार्ड हो... ये प्रयास हमारी ठोस और स्पष्ट नीतियों का प्रतिबिंब हैं।

मोदी ने कहा कि तेज वृद्धि के लिए हमारी डबल इंजन की सरकार अवसंरचना, निवेश और विनिर्माण, तीनों पर एक साथ काम कर रही है। इस साल के बजट में साढ़े सात लाख करोड़ रुपए के अभूतपूर्व पूंजीगत व्यय का आवंटन किया गया है।

उन्होंने कहा कि 2014 में देश की 100 से भी कम ग्राम पंचायतें ऑप्टिकल फाइबर से जुड़ी थीं। आज ऑप्टिकल फाइबर से जुड़ी ग्राम पंचायतों की संख्या भी पौने दो लाख को पार कर गई है। 2014 में हमारे देश में सिर्फ साढ़े छह करोड़ ब्रॉडबैंड ग्राहक थे। आज इनकी संख्या 78 करोड़ से ज्यादा हो चुकी है। 2014 में एक जीबी डेटा करीब-करीब 200 रुपए का पड़ता था। आज इसकी कीमत घटकर 11-12 रुपए रह गई है। भारत दुनिया के उन चुनिंदा देशों में है, जहां इतना सस्ता डेटा है।

उन्होंने कहा कि 2014 से पहले हमारे यहां कुछ सौ स्टार्टअप ही थे, लेकिन आज देश में पंजीकृत स्टार्टअप की संख्या भी 70 हजार के आसपास पहुंच रही है। अभी हाल ही में भारत ने 100 यूनिकॉर्न का रिकॉर्ड भी बनाया है।

उत्तर प्रदेश में बेहतर कानून व्यवस्था की तारीफ करते हुए मोदी ने कहा, राज्य में जिस प्रकार से कानून व्यवस्था की स्थिति सुधरी है, उससे व्यापारियों का भरोसा लौटा है, कारोबार के लिए सही माहौल बना है। बीते वर्षों में यहां की प्रशासनिक क्षमता में सुधार आया है। इसीलिए आज जनता का विश्वास योगी जी की सरकार पर है। उद्योग जगत के साथी अपने अनुभव के आधार पर उत्तर प्रदेश की सराहना कर रहे हैं।

उन्होंने आगे कहा, एक सांसद के रूप में जब मैं यहां काम करने लगा, तो मेरा विश्‍वास कई गुना बढ़ गया कि उत्‍तर प्रदेश की नौकरशाही, उत्‍तर प्रदेश के प्रशासन में वो ताकत है, जो देश उनसे चाहता है। मोदी ने कहा, राज्य में भारत की पांचवें-छठे हिस्से की आबादी रहती है यानी उप्र के एक व्यक्ति की बेहतरी, भारत के हर छठे व्यक्ति की बेहतरी होगी। मेरा विश्वास है कि ये उत्तर प्रदेश ही है, जो 21वीं सदी में भारत की वृद्धि को गति देगा। अगले दस वर्षों में उत्तर प्रदेश, देश को तेजी से आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाला है।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, जिस राज्य में देश की कुल आबादी का 16 प्रतिशत से अधिक उपभोक्ता आधार हो, जहां पांच लाख से अधिक आबादी वाले एक दर्जन से ज्यादा शहर हों, जहां हर जिले का अपना कोई न कोई खास उत्पाद हो, जहां इतनी बड़ी संख्या में एमएसएमई हों, लघु उद्योग हों, जहां अलग-अलग मौसमों में अलग-अलग कृषि उपज हो, जिस प्रदेश को गंगा, यमुना, सरयू समेत अनेक नदियों का आशीर्वाद प्राप्त हो, ऐसे उत्तर प्रदेश को तेज विकास से भला कौन रोक सकता है।

उन्होंने कहा, मैं आपको आश्वस्त करता हूं कि उप्र के विकास के लिए, आत्मनिर्भर भारत के लिए जिस भी क्षेत्र में जो भी सुधार आवश्यक होंगे, वे सुधार लगातार किए जाएंगे। हम नीति, निर्णय और नीयत से विकास के साथ हैं और स्वभाव से भी विकास के साथ हैं।

मोदी ने कहा, आम बजट में हमने गंगा के दोनों किनारों पर 5-5 किलोमीटर के दायरे में रसायन मुक्त प्राकृतिक खेती का गलियारा बनाने की घोषणा की है। रक्षा गलियारे की चर्चा तो होती है, लेकिन इस गलियारे की कोई चर्चा नहीं करता है। राज्य में गंगा ग्यारह सौ किलोमीटर से ज्यादा लंबी हैं और यहां के 25-30 जिलों से होकर गुजरती हैं। आप कल्पना कर सकते हैं कि प्राकृतिक खेती की कितनी बड़ी संभावना राज्य में बनने जा रही है।

प्रधानमंत्री ने उद्योग जगत से कहा कि यह कृषि में निवेश करने का स्वर्णिम अवसर है। उन्होंने कहा कि सरकार बुनियादी ढांचे, निवेश और विनिर्माण, तीनों पर एकसाथ काम कर रही है। इस साल के बजट में पूंजीगत व्यय के लिए साढ़े सात लाख करोड़ रुपए का अभूतपूर्व आवंटन कर इस दिशा में कदम उठाया गया है। विनिर्माण को बढ़ावा देने के लिए पीएलआई योजना घोषित की गई है, जिसका फायदा राज्य में भी मिलेगा।

उन्होंने कहा कि राज्य में बन रहा रक्षा गलियारा भी बेहतरीन संभावनाएं लेकर आ रहा है। भारत में आज रक्षा विनिर्माण पर जितना जोर दिया जा रहा है, उतना पहले कभी नहीं दिया गया। आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत 300 वस्तुओं की पहचान की है, जो अब विदेश से नहीं आएंगी।

मोदी ने कहा कि हम विनिर्माण और परिवहन जैसे पारंपरिक व्यवसायों की मांग को पूरा करने के लिए भौतिक बुनियादी ढांचे को आधुनिक बना रहे हैं। उत्तर प्रदेश में भी आधुनिक पावर ग्रिड हो, गैस पाइपलाइन का नेटवर्क हो या फिर मल्टीमॉडल कनेक्टिविटी, सभी पर 21वीं सदी की आवश्यकताओं के अनुसार काम हो रहा है।

उन्होंने कहा कि आधुनिक एक्सप्रेसवे का सशक्त नेटवर्क उत्तर प्रदेश के सभी आर्थिक क्षेत्रों को आपस में जोड़ने वाला है। उन्होंने कहा कि जल्द ही राज्य की पहचान आधुनिक रेलवे अवसंरचना के संगम के रूप में भी होने वाली है। रेलवे के पूर्वी और पश्चिमी डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर उत्तर प्रदेश में आपस में मिलेंगे।

उन्होंने आगे कहा कि जेवर समेत उत्तर प्रदेश के पांच अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे यहां की कनेक्टिविटी को और मजबूत करने वाले हैं। ग्रेटर नोएडा का क्षेत्र हो या फिर वाराणसी, यहां दो मल्टी माडल लाजिस्टिक ट्रांसपोर्ट हब का निर्माण भी हो रहा है। इन सभी योजनाओं से युवाओं के लिए नए अवसर भी आ रहे हैं।

इससे पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि प्रदेश ने प्रधानमंत्री मोदी के रिफॉर्म, परफॉर्म और ट्रांसफॉर्म के मंत्र को आत्मसात किया है। उनके मार्गदर्शन में आज उत्तर प्रदेश देश की छठी अर्थव्यवस्था से दूसरे नंबर की अर्थव्यवस्था बनने की ओर अग्रसर है।

कारोबारी सुगमता में उत्तर प्रदेश दूसरे स्थान पर है। लीड्स 2021 की रिपोर्ट में उत्तर प्रदेश ने सात स्थानों की उल्लेखनीय बढ़त हासिल की है। उत्तर प्रदेश ने अपने परंपरागत उद्योग को बढ़ाते हुए एक जनपद-एक उत्पाद जैसी योजनाएं लागू करके अपने निर्यात को 1.56 लाख करोड़ वार्षिक तक करने में सफलता पाई है।

मुख्यमंत्री ने कहा, प्रदेश में पूर्वांचल एक्सप्रेस वे का उद्घाटन नवम्बर 2021 में प्रधानमंत्री द्वारा हो चुका है। बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे जून के अंत तक बन जाएगा। बुंदेलखंड और विंध्य क्षेत्र में हर घर नल योजना से घर-घर शुद्ध पेय जल की आपूर्ति के लिए हम युद्धस्तर पर काम कर रहे हैं।

उत्तर प्रदेश रक्षा औद्योगिक गलियारों की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि इसके छह नोड तैयार किए जा रहे हैं। इसमें लखनऊ नोड में ब्रम्होस मिसाइल के निर्माण की इकाई तथा झांसी में भारत डायनामिक्स लिमिटेड की इकाई स्थापित की जा रही है। आरआरटीएस का निर्माण दिल्ली-मेरठ के बीच प्रगति पर है।

शुक्रवार को शुभारंभ की गई परियोजनाओं में कृषि और संबद्ध क्षेत्र, आईटी और इलेक्ट्रॉनिक्स, एमएसएमई, विनिर्माण, अक्षय ऊर्जा, फार्मा, पर्यटन, रक्षा एवं एयरोस्पेस, हथकरघा तथा कपड़ा आदि जैसे विविध क्षेत्र शामिल हैं। इस समारोह में देश के उद्योग जगत के दिग्गज शामिल हुए, जिसमें अडाणी समूह के गौतम अडानी, आदित्य बिड़ला समूह के कुमार मंगलम बिड़ला, हीरानंदानी समूह के निरंजन हीरानंदानी शामिल थे।(भाषा)

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