दरअसल, मोदी ने जैसे ही किसान कानूनों पर चर्चा शुरू की, विपक्ष ने हंगामा और नारेबाजी शुरू कर दी। कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी भी टोकाटोकी करते नजर आए। तभी प्रधानमंत्री भाषण बीच में ही छोड़कर बैठ गए। इसके बाद पीएम ने फिर भाषण देना शुरू किया, लेकिन टोकाटोकी जारी रही है। इस प्रधानमंत्री ने तीखे लहजे में कहा- ये बहुत ज्यादा हो रहा है अधीर रंजन जी... मैं आपका बहुत आदर करता हूं...
बाद में मोदी ने विपक्ष को निशाने पर लेते हुए कहा कि देश को गुमराह करने वालों को पहचानने की जरूरत है। आंदोलनकारी और आंदोलनजीवियों में भी फर्क करने की आवश्यकता है। दरअसल, इस तरह के लोग आंदोलन को अपवित्र करने की कोशिश कर रहे हैं।
उन्होंने विपक्ष को निशाने पर लेते हुए कहा कि विपक्ष विकास के मुद्दे पर चर्चा ही नहीं करना चाहता। उन्होंने कहा कि भारत में खेती परंपरा से जुड़ी हुई है और हमें बदलाव और सुधार के लिए काम करना चाहिए। विकास और बदलाव के लिए कृषि कानून जरूरी हैं। मोदी ने कहा कि देश में छोटे किसानों की उपेक्षा हुई है और छोटे किसानों की उपेक्षा कर देश का भला नहीं कर सकते।