इससे पहले पिछले वर्ष किसान आंदोलन के दौरान मंदसौर में पुलिस गोलीबारी में मारे गए लोगों को राहुल गांधी ने श्रद्धांजलि अर्पित की। पिछले साल आज ही के दिन पिपलिया मंडी में हुई इस फायरिंग कन्हैया लाल पाटीदार, सत्यनारायण ठांगर, अभिषेक पाटीदार, बबलू, घनश्याम धाकड़ और चिंतामन पाटीदार की मौत हो गई थी।
राहुल गांधी के संबोधन से पहले दिग्विजयसिंह, कमलनाथ और सिंधिया सहित तमाम नेता मंच पर जुट गए। मध्यप्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष कमलनाथ ने ट्वीट कर कहा कि पूरी शिवराज सरकार मंदसौर के पीपलियामंडी में कांग्रेस द्वारा आयोजित किसान समृद्धि संकल्प सभा को रोकने में आखिरी समय तक लगी रही, उसके बावजूद लाखों किसान सारी नाकेबंदी को ध्वस्त कर सभास्थल पहुंच गए हैं। किसानों का यह आक्रोश इस सरकार को उखाड़ फेकने तक शांत नहीं होगा।
प्रशासन पर आरोप : पुलिस फायरिंग में मारे गए अभिषेक पाटीदार के भाई संदीप पाटीदार ने आरोप लगाया कि प्रशासन की तरफ से उन्हें राहुल गांधी से मिलने से रोका गया। कांग्रेस नेता जीतू पटवारी ने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने मंदसौर में किसानों पर गोली चलवाकर जनरल डायर की भूमिका अदा की है। तानाशाही की हद है कि अब पीड़ित परिवारों को राहुल गांधी से मिलने में भी रोड़े अटका रहे हैं। ये विधानसभा चुनाव का नहीं बल्कि राहुल गांधी की किसानों के लिए श्रद्धा का शंखनाद है।