एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि मैं यह सपना नहीं देखता। फिलहाल मैं प्रधानमंत्री बारे में नहीं सोच रहा। मैं खुद को एक वैचारिक लड़ाई लड़ने वाले के तौर पर देखता हूं। मुझमें यह बदलाव 2014 के बाद आया। मुझे लगा कि भारत में जैसी घटनाएं हो रही हैं, उससे भारत और भारतीयता को खतरा है। मुझे इससे देश की हिफाजत करनी है।
लोगों के पास नौकरी नहीं : कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने भाजपा एवं आरएसएस पर अपने हमले को तेज करते हुए कहा कि लोग अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जैसे जनवादी नेताओं का समर्थन इसलिए करते हैं क्योंकि वे नौकरी नहीं होने को लेकर गुस्से में हैं। समस्या के समाधान की बजाए ये नेता उस गुस्से को भुनाते हैं और देश को नुकसान पहुंचाते हैं।