उन्होंने कहा कि शायद प्रधानमंत्री यह समझ नहीं पाए हैं कि संविधान संघ का विधान नहीं है। उन्होंने दावा कि भारत लंबे समय तक कायरों के हाथ में कभी नहीं रहा और यह देश उठेगा और लड़ेगा। उन्होंने कहा कि संविधान में सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक न्याय का वादा है। यह वादा एक सुरक्षा कवच है, जिसे तोड़ने का काम शुरू हो चुका है।भारत का संविधान, संघ का विधान नहीं है। pic.twitter.com/f10gF1YHmy
— Congress (@INCIndia) December 13, 2024