इसमें कहा गया, 'इन समस्याओं से निपटने के लिए रेलवे स्टेशन परिसरों का इस्तेमाल महिलाओं और पुरूषों के लिए अलग अलग शौचालय वाला सुविधा केन्द्र बनाने में करेगा। यहां मासिक धर्म से जुडी साफ सफाई तथा गर्भनिरोधक के इस्तेमाल की जानकारी दी जाएगी।'
नीति के तहत प्रत्येक स्टेशन में ऐसे दो केन्द्र होंगे। पहला स्टेशन के अंदर और दूसरा स्टेशन के बाहर जिससे इसका इस्तेमाल स्टेशन आने वाले और आस पास रहने वाले दोनों की प्रकार के लोग कर सके। इसके अलावा प्रत्येक केन्द्र में महिला, पुरुष और दिव्यांग जनों के लिए अलग-अलग शौचालय होंगे।