नई दिल्ली। उत्तराखंड की तलहटी से एक ट्रफ रेखा उत्तरप्रदेश, दक्षिण-पश्चिम बिहार, झारखंड और गंगीय पश्चिम बंगाल होते हुए बंगाल की उत्तर-पूर्वी खाड़ी तक फैली हुई है। निचले स्तरों पर पूर्वी उत्तरप्रदेश में एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। एक उत्तर-दक्षिण ट्रफ पूर्वी उत्तरप्रदेश से छत्तीसगढ़, विदर्भ, तेलंगाना और दक्षिण आंतरिक कर्नाटक होते हुए दक्षिण तमिल तक फैली हुई है। उत्तरी पाकिस्तान और इससे सटे पंजाब पर सर्कुलेशन बना हुआ है। 11 जुलाई के आसपास पश्चिम मध्य और उससे सटे उत्तरी बंगाल की खाड़ी के उत्तरी आंध्र और दक्षिण ओडिशा तट पर एक कम दबाव बनने की उम्मीद है।
अगले 24 घंटों के दौरान, पूर्वोत्तर उत्तरप्रदेश, बिहार के कुछ हिस्सों, पश्चिम बंगाल, सिक्किम, असम के कुछ हिस्सों, छत्तीसगढ़ के कुछ हिस्सों, विदर्भ, तेलंगाना और तटीय ओडिशा में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है। कर्नाटक, दक्षिण कोंकण और गोवा दक्षिण मध्य महाराष्ट्र, तटीय आंध्रप्रदेश और मराठवाड़ा के अलग-अलग हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश के साथ 1-2 स्थानों पर कुछ देर के लिए तेज बारिश हो सकती है। झारखंड, आंतरिक ओडिशा, रायलसीमा, केरल, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, लक्षद्वीप और पूर्वी मध्यप्रदेश के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। पश्चिमी उत्तरप्रदेश की तलहटी, पश्चिमी हिमालय के कुछ हिस्सों, पंजाब, पश्चिमी मध्यप्रदेश और दक्षिण-पूर्वी राजस्थान में हल्की बारिश के साथ एक-2 स्थानों पर मध्यम बारिश हो सकती है।
आज बदलेगा दिल्ली का मौसम : मौसम विभाग के अनुसार अरब सागर से नम हवाएं गुजरात, राजस्थान और
दिल्ली पहुंचने लगेंगी। तब गर्मी से कुछ राहत मिल सकती है लेकिन फिर भी दिल्ली, पंजाब और हरियाणा में 7 जुलाई के बाद ही बंगाल की खाड़ी से आने वाली हवाएं उत्तर भारत में पहुंचने लगेंगी, तब मानसून फिर सक्रिय होगा और 8 जुलाई से दिल्ली का मौसम बदलने लगेगा। 11-12 जुलाई को बंगाल की खाड़ी मेंकम दबाव का क्षेत्र भी बनेगा, जिससे कमजोर पड़े मानसून को ताकत मिलेगी। इसलिए दिल्ली को मानसून के लिए लंबा इंतजार करना पड़ रहा है। दिल्ली के साथ हरियाणा, पंजाब, चंडीगढ़, उत्तरी राजस्थान और पश्चिमी यूपी के इलाके भी इसी वजह से जबर्दस्त लू की चपेट में हैं। यहां भी मानसून की एंट्री पिछले 2 हफ्ते से रुकी हुई है।