शुरुआती रिपोर्टों के अनुसार राज्य की राजधानी में ऑटो रिक्शे और दोपहिया वाहन रेलवे स्टेशन और अन्य स्थानों पर पर आते-जाते दिखाई दिए, लेकिन कोझिकोड में सुबह प्रदर्शनकारियों ने कई जगह वाहनों को रोका और टायर जलाए।
यह हड़ताल विभिन्न हिन्दुत्ववादी समूहों के एक संयुक्त संगठन ‘सबरीमला कर्म समिति’द्वारा बुलाई गई है, जो सुप्रीम कोर्ट के 28 सितंबर के फैसले के खिलाफ विरोध प्रदर्शनों की अगुवाई कर रहा है। भाजपा बंद का समर्थन कर रही है जबकि कांग्रेस-नीत यूडीएफ गुरुवार को 'काला दिवस' मना रहा है।