साध्वी ने कहा कि वे अभी खुद को अर्धमुक्त कह सकती हैं, क्योंकि अदालत ने उन्हें बेहतर इलाज कराने और खुले वातावरण में सांस लेने का मौका दिया है। उन्होंने स्वयं को अदालत का शुक्रगुजार बताते हुए कहा कि उनकी बातों पर यकीन किया गया और जमानत दी गई। पूरी तरह से रिहाई अभी बाकी है। जब तक मामला खत्म नहीं हो जाता, वे मानसिक रूप से बंधन और तनाव में रहेंगी।