रिपोर्ट में रिजर्व बैंक के आंकड़ों के हवाले से कहा गया कि वित्त वर्ष 2017-18 के उत्तरार्द्ध में पूर्वार्द्ध की तुलना में एटीएम से निकासी में 12.2 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। तिमाही आधार पर देखने में एटीएम से निकासी में पहली तिमाही में 15.5 प्रतिशत, दूसरी तिमाही में 6.9 प्रतिशत और तीसरी तिमाही में 8.8 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। हालांकि मार्च में समाप्त चौथी तिमाही में तीसरी तिमाही की तुलना में एटीएम से निकासी में 0.5 प्रतिशत की कमी आई है।
रिपोर्ट में कहा गया, 'चौथी तिमाही में एटीएम से निकासी में कमी एक सामान्य घटना है और इसे नकदी संकट से जोड़कर नहीं देखा जा सकता है। इससे हमारी इस धारणा को बल मिलता है कि मौजूदा नकदी संकट वास्तविक होने के बजाय सतही हो सकता है।'