स्वरूपानंद सरस्वती ने कहा कि अजमेर में चिश्ती की दरगाह और ताजमहल के नीचे शिवलिंग मौजूद है। इतना ही नहीं उन्होंने कहा कि 'सबका मालिक एक है', ये गुरुनानक जी की वाणी थी, साईं की नहीं। साईं मुसलमान थे। उनकी मूर्ति हिंदू मंदिरों में नहीं रखी जानी चाहिए। सरकार को इसे रोकना चाहिए।
उन्होंने कहा कि साईं बाबा को हिंदू देवताओं की मुद्रा में दिखाया जाता है। कभी वे कृष्ण की तरह बंसी बजाते हैं, कभी शेषनाग पर बैठते हैं, तो कभी शिव की मुद्रा में रहते हैं। साईं बाबा के जुड़े लोग गलत प्रचार कर रहे हैं।