इस बयान पर विवाद बढ़ता देख थरूर ने सोमवार को ट्वीट में कहा कि मीडिया ने मेरे बयान को तोड़-मरोड़कर पेश किया है। मैंने सिर्फ यह कहा था कि बहुत से हिन्दू इसलिए अयोध्या में मंदिर चाहते हैं क्योंकि वहां श्रीराम की जन्मभूमि है। अच्छा हिन्दू नहीं चाहेगा कि ऐसी जगह मंदिर बने, जहां किसी ओर के धार्मिक स्थल को गिराया जाए।
गौरतलब है कि थरूर ने रविवार को चेन्नई में हुए 'द हिन्दू लिट फॉर लाइफ डायलॉग 2018' में बाबरी विवाद को लेकर कहा था- 'हिन्दू के मुताबिक, ज्यादातर हिन्दू मानते हैं कि अयोध्या भगवान राम की जन्मभूमि है। कोई अच्छा हिन्दू ऐसी जगह पर राम मंदिर का निर्माण नहीं चाहता, जहां किसी और के पूजा स्थल को तोड़ा गया हो।
उन्होंने कहा कि शशि थरूर बताएं कि असली हिन्दू कौन है, नकली कौन है। उनके नेता ही बता दें कि नकली जनेऊ पहनने वाले हिन्दू हैं या जनेऊ का भी कोई प्रमाण होता है। यह जनेऊ मंदिर में जाकर नहीं पहना जाता है। राष्ट्रीय अध्यक्ष को भी नहीं मालूम कि हिन्दू के मायने क्या हैं।