पटना साहिब से सांसद सिन्हा ने ट्वीट किया कि प्रिय श्रीमान बोर्ड परीक्षा की तैयारी कर रहे छात्रों को आपके दो घंटे के संबोधन में, जिसे सुनने को उन्हें विवश किया गया, आपने वही चीजें कहीं जो मैंने पूर्व में पटना में मगध महिला कॉलेज में कही थीं।
सिन्हा पिछले हफ्ते मोदी द्वारा देशभर के छात्रों से किए गए संवाद का हवाला दे रहे थे। मोदी ने अपने संवाद में छात्रों से परीक्षा के दौरान तनावमुक्त रहने को कहा था। मोदी ने इस थीम पर ‘एक्जाम वारियर्स’ नाम से एक किताब भी लिखी है, जिसका इस महीने के शुरू में विमोचन किया गया था।
अपनी पार्टी और राजग सरकार के आलोचक रहे सिन्हा ने एक अन्य ट्वीट में कहा कि प्रधानमंत्री यह कहकर मेरी बात से लगभग सहमत नजर आए कि छात्रों को सबसे पहली जो योग्यता हासिल करनी चाहिए, वह आत्मविश्वास है जिसका परिणाम प्रतिबद्धता, समर्पण, लगाव और जुनून के रूप में निकलेगा।
उन्होंने अपने ट्वीट में कहा कि फेल होने वाले छात्र पूर्ववर्ती सरकारों पर आरोप लगाकर तनावमुक्त हो सकते हैं, जैसा कि हमारे चौकीदार ए वतन संसद में किसी भी समय करते हैं। उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अक्सर खुद को देश का चौकीदार बताते रहे हैं। (भाषा)