नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता एवं भाजपा विधायक शुभेन्दु अधिकारी ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की और इस दौरान राज्य से जुड़े राजनीतिक मुद्दों पर चर्चा की। मुलाकात करीब 45 मिनट तक चली।
अधिकारी ने 7, लोक कल्याण मार्ग स्थित प्रधानमंत्री के आधिकारिक निवास पर मोदी से मुलाकात की। उन्होंने कल भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह सहित पार्टी के कई शीर्ष नेताओं के साथ मुलाकात की थी।
अधिकारी ने मुलाकात के बाद ट्वीट कर कहा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात कर आशीर्वाद लेने का मौका मिला। उन्होंने मुझे अपना कीमती वक्त दिया इसके लिए मैं उनका धन्यवाद करता हूं। बंगाल और कई अन्य विभिन्न राजनीतिक मुद्दों पर उनसे मेरी लगभग 45 मिनट विस्तृत बातचीत हुई। पश्चिम बंगाल के विकास के लिए मैंने उनका समर्थन और मार्गदर्शन मांगा।
उन्होंने कहा कि भाजपा अध्यक्ष से लेकर प्रधानमंत्री तक से अपनी मुलाकात के दौरान राज्य के हालातों से उन्हें अवगत कराया और कहा कि राजनीतिक हिंसा बंद होनी चाहिए। उन्होंने कहा, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री को भी संविधान की मर्यादा का ख्याल रखना चाहिए। चुनाव बाद की हिंसा में अभी तक तक 42 कार्यकर्ताओं की मौत हुई है। हम भाजपा कार्यकर्ताओं की रक्षा को प्रतिबद्ध हैं।
अधिकारी ने बाद में पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर से भी मुलाकात की। तोमर से मुलाकात के बाद अधिकारी ने ट्वीट किया, बंगाल में मनरेगा में व्याप्त व्यापक भ्रष्टाचार पर कृषि मंत्री से चर्चा की। मेरी शिकायतों पर उन्होंने उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया है।
पश्चिम बंगाल में विपक्ष का नेता बनने के बाद अधिकारी ने पहली बार प्रधानमंत्री सहित भाजपा के शीर्ष नेताओं से यहां मुलाकात की। पश्चिम बंगाल में इस साल मार्च-अप्रैल में हुए विधानसभा चुनाव में नंदीग्राम सीट पर अधिकारी ने तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख एवं राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को एक कड़े मुकाबले में मात दी थी।
अधिकारी ने मंगलवार को केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात कर राज्य से जुड़े कई मुद्दों पर चर्चा की। अधिकारी, पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली पूर्ववर्ती सरकार में मंत्री थे, लेकिन राज्य में इस साल विधानसभा चुनाव से ठीक पहले भाजपा में शामिल हो गए।
गौरतलब है कि मोदी और ममता के बीच चक्रवाती तूफान यास के कारण हुए नुकसान की समीक्षा को लेकर हुई बैठक में अधिकारी की मौजूदगी से तृणमूल नेता नाराज हो गईं थी। इसके कुछ दिनों बाद ही अधिकारी भाजपा के शीर्ष नेताओं से मुलाकात कर रहे हैं। सूत्रों के अनुसार, ममता बनर्जी उक्त बैठक में देर से पहुंची थीं और चक्रवात के नुकसान संबंधी रिपोर्ट देकर वहां से चली गई थीं।(भाषा)