लोकसभा इस विधेयक को पिछले सप्ताह पारित कर चुकी है। कुमार ने उम्मीद जताई कि ऊपरी सदन में भी यह विधेयक लोकसभा की तरह ही पारित हो जाएगा। उन्होंने कहा कि इस संबंध में कांग्रेस तथा अन्य दलों से लगातार बातचीत चल रही है। सभी दलों को मुस्लिम समुदाय की महिलाओं के अधिकारों का संरक्षण करने वाले इस ऐतिहासिक विधेयक को आम सहमति से पारित कराना चाहिए।