उज्जैन में नाबालिग से दरिंदगी के मामले में पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। खबरों के मुताबिक आरोपी का नाम भरत सोनी बताया जा रहा है। मीडिया खबरों के मुताबिक भागते समय उसके पैर में चोट लग गई। आरोपी को सिविल अस्पताल ले जाया गया है।
इंस्पेक्टर अजय कुमार ने बताया कि अपराध के घटनाक्रम के रीक्रिएशन और बच्ची के कपड़े जब्ती के लिए मौके पर गए थे। मौका देखते ही भरत सोनी ने भागने की कोशिश की। पुलिसकर्मियों ने इसका पीछा किया और इसको पकड़ा।
महाकाल थाने के प्रभारी अजय वर्मा ने बताया कि जब आरोपी भरत सोनी को घटनास्थल पर ले जाया जा रहा था तो उसने भागने की कोशिश की, लेकिन पुलिसकर्मियों ने उसका पीछा किया और उसे पकड़ लिया।
उन्होंने बताया कि यह घटना जीवन खेड़ी इलाके के पास हुई और झड़प में दो पुलिसकर्मी भी घायल हो गए। सोमवार को इलाके में घायल हालत में मिली बच्ची का इंदौर के एक अस्पताल में इलाज किया जा रहा है।
नेता न लगाएं अस्पताल में भीड़ : राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (एनसीपीसीआर) के अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो ने नेताओं से आग्रह किया है कि वे संवेदनशीलता दिखाएं और उस अस्पताल में भीड़ न लगाएं जहां कथित तौर पर बलात्कार की शिकार हुई उज्जैन की नाबालिग लड़की का इलाज चल रहा है।
कानूनगो ने कहा कि एनसीपीसीआर की एक सदस्य ने कांग्रेस पार्टी के एक ऐसे नेता को वापस भेज दिया है और उनसे वहां भीड़ न लगाने का अनुरोध किया है। कानूनगो ने कहा कि एनसीपीसीआर सदस्य डॉ. दिव्या गुप्ता ने अस्पताल में डीन और अन्य डॉक्टरों से मुलाकात की और लड़की की स्थिति के बारे में जानकारी ली।
कानूनगो ने सोशल मीडिया मंच एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट किया, “बच्ची मानसिक आघात में है, इसलिए उससे मिलने की कोशिश करना अनुचित है, इसलिए मुलाकात नहीं हो पाई है।
राजनीतिक दलों के नेता अस्पताल में वीडियो बनाने आ रहे हैं, आयोग सदस्य ने कांग्रेस पार्टी की एक नेता को वापस भेज दिया है और उनसे अनुरोध किया है कि वे वहां भीड़ न लगाएं।
हर किसी से संवेदनशीलता दिखाने का अनुरोध किया जाता है। लड़की का बुधवार को इंदौर में विशेषज्ञ चिकित्सकों की एक टीम ने ऑपरेशन किया और अब उसकी हालत गंभीर पर स्थिर बताई जा रही है।
क्या है पूरा मामला : मध्यप्रदेश के उज्जैन में 12 साल की बच्ची खून से लथपथ सड़क पर मिली थी। लड़की करीब ढाई घंटे तक यहां वहां भटकती रही। उसके कपडों से खून टपक रहा था। बाद में उसे लोगों की मदद से अस्पताल ले जाया गया। मेडिकल जांच में उसके साथ दुष्कर्म की पुष्टि हुई थी।
दरिंदों ने उसके साथ इस कदर हैवानियत की है कि उसके प्राइवेट पार्ट में गंभीर चोटें आई हैं। इसके बाद उसे उज्जैन से इंदौर इलाज के लिए रैफर किया गया था। इस मामले में जांच के लिए एसआईटी गठित करने के आदेश जारी किए गए हैं।