Maharashtra assembly election date: जम्मू कश्मीर और हरियाणा में विधानसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान से पहले अटकलें लगाई जा रही थीं कि महाराष्ट्र और झारखंड विधानसभा चुनावों की तारीखों की घोषणा भी की जा सकती है, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। पिछली बार महाराष्ट्र और हरियाणा के विधानसभा चुनाव एक साथ ही हुए थे। हालांकि चुनाव आयोग ने जो संकेत दिए हैं, उससे लगता है कि महाराष्ट्र और झारखंड में दिवाली के बाद चुनाव कराए जा सकते हैं।
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने एक सवाल के जवाब में बताया कि निश्चित ही पिछली बार महाराष्ट्र और हरियाणा के चुनाव एक साथ हुए थे, लेकिन तब जम्मू कश्मीर फैक्टर नहीं था। जम्मू कश्मीर में तीन चरणों में चुनाव होंगे। ऐसे में आयोग ने दो-दो राज्यों में चुनाव कराने का फैसला किया है। अब सवाल तो यह भी उठता है कि एक ओर सरकार और चुनाव आयोग एक देश, एक चुनाव की बात कर रहे हैं, वहीं आयोग 4 राज्यों में एक साथ चुनाव कराने से ही पीछे हट रहा है। ऐसे में सभी राज्यों और लोकसभा के चुनाव एक साथ कैसे कराए जाएंगे?
कब खत्म हो रहा है महाराष्ट्र विधानसभा का कार्यकाल : महाराष्ट्र और झारखंड चुनाव के बाद आयोग को दिल्ली में भी विधानसभा चुनाव कराने हैं। महाराष्ट्र को लेकर मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि पहले हरियाणा और जम्मू कश्मीर के चुनाव होंगे, फिर महाराष्ट्र और झारखंड के बारे में फैसला लिया जाएगा। महाराष्ट्र विधानसभा का कार्यकाल 26 नवंबर तक है, ऐसे में वहां इस तारीख तक सरकार बन जानी चाहिए। वहीं, झारखंड विधानसभा का कार्यकाल दिसंबर में खत्म हो जाएगा। उन्होंने बताया कि पितृपक्ष, गणेशोत्सव और दिवाली के चलते वहां चुनाव बाद में कराए जाएंगे।
महाराष्ट्र में 288 सीटें : आयोग ने यह भी कहा कि महाराष्ट्र बड़ा राज्य है और वहां कई चरणों में चुनाव संपन्न होंगे। महाराष्ट्र में विधानसभा की 288 सीटें हैं और वर्तमान में भाजपा और शिवसेना (शिंदे) के गठबंधन वाली सरकार है। सरकार को एनसीपी के अजित पवार का भी समर्थन प्राप्त है।
उल्लेखनीय है कि चुनाव आयोग ने हरियाणा और जम्मू कश्मीर के लिए चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया है। जम्मू कश्मीर में 3 चरणों- 18 सितंबर, 25 सितंबर और 1 अक्टूबर को चुनाव होंगे, जबकि हरियाणा में एक ही चरण में 1 अक्टूबर को चुनाव होंगे। दोनों ही राज्यों में मतगणना 4 अक्टूबर को होगी।