मुंबई। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के नेता एवं महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने राकांपा के इस रुख को दोहराया कि वह नरेन्द्र मोदी सरकार में कैबिनेट मंत्री पद से कम पर समझौता नहीं करेंगे। हालांकि, उन्होंने कहा कि हम अब भी राजग का हिस्सा हैं। ALSO READ: मोदी 3.0 में अहम मंत्रालय BJP ने रखे अपने पास, JDU-TDP को क्या मिला
अजीत मोदी कैबिनेट में प्रफुल्ल पटेल के लिए जगह तलाश रहे थे। वहीं भाजपा NCP को राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार का पद देना चाहती थी। पटेल पहले कैबिनेट मंत्री रह चुके हैं ऐेसे में उन्होंने यह पद लेने से इनकार कर दिया। अजीत का कहना है कि मोदी सरकार में मंत्री पद मिलने तक इंतजार करेंगे।
चाचा शरद पवार को दिया धन्यवाद : अजित पवार ने कहा कि मैं पिछले 24 वर्षों से पार्टी का नेतृत्व करने के लिए शरद पवार जी को धन्यवाद देना चाहता हूं, साथ ही उन सभी को भी जो पार्टी की स्थापना के बाद से इसके साथ बने हुए हैं। जुलाई 2023 में अजित पवार और कुछ अन्य नेता पार्टी से बगावत के बाद महाराष्ट्र की शिवसेना-भाजपा सरकार में शामिल हो गए थे।
अजित पवार का बयान ऐसे समय में आया है, जब हाल में संपन्न लोकसभा चुनाव में राकांपा को हार का सामना करना पड़ा है।
उल्लेखनीय है कि लोकसभा चुनाव में अजीत पवार की एनसीपी का प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा। पार्टी मात्र 1 सीट पर चुनाव जीतने में सफल रही है। यहां तक कि बारामती में उनकी पत्नी सुनेत्रा पवार को भी अपनी ननद और शरद पवार की बेटी सुप्रिया सुले के हाथों हार का सामना करना पड़ा।
शिवसेना शिंदे गुट भी नाराज : मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे नीत शिवसेना के सांसद श्रीरंग बारणे ने नवगठित नरेंद्र मोदी सरकार में पार्टी को कैबिनेट मंत्री का पद नहीं मिलने पर निराशा व्यक्त की और पक्षपात का आरोप लगाया। तीसरी बार मावल सीट बरकरार रखने वाले बारणे ने कहा कि हालिया लोकसभा चुनाव में शिवसेना द्वारा सात सीटें जीतने के बावजूद पार्टी को नवगठित मोदी सरकार में केवल एक राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) का पद दिया गया। शिवसेना सांसद ने कहा कि एचडी कुमारस्वामी और जीतनराम मांझी जैसे नेताओं को भी केंद्रीय कैबिनेट मंत्री बनाया गया, जिनकी पार्टियों ने क्रमशः 2 और 1 सीट जीती है।