Railway Minister Ashwini Vaishnav on Privatisation: रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने शुक्रवार को कहा कि रेलवे के निजीकरण का कोई सवाल ही नहीं है और राष्ट्रीय परिवहन सेवा प्रदाता का ध्यान सभी को किफायती सेवा प्रदान करने पर है। रेल मंत्री ने नासिक में कहा कि इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि लोग 400 रुपए से कम खर्च में 1000 किलोमीटर तक आराम से यात्रा कर सकें।
उन्होंने यहां रेलवे सुरक्षा बल (RPF) के स्थापना दिवस समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि अगले 5 वर्षों में रेलवे का पूर्ण कायाकल्प होगा। वंदे भारत, नमो भारत जैसी ट्रेनें, कवच ट्रेन सुरक्षा तंत्र की तैनाती इस बदलाव का नेतृत्व करेंगी। यह रेलवे के परिवर्तन का युग है।
रेलवे का पूरा फोकस है गरीब एवं मध्यमवर्गीय परिवारों के लिए एक अच्छी, सुगम और अफोर्डेबल सर्विस प्रोवाइड करना: माननीय रेल मंत्री श्री @AshwiniVaishnaw जी pic.twitter.com/xYcsrmxTdk
निजीकरण का सवाल ही नहीं : वैष्णव ने कहा कि रेलवे के निजीकरण का कोई सवाल ही नहीं है। मैं ऐसी अफवाहें फैलाने वालों से आग्रह करता हूं कि वे याद रखें कि रेलवे और रक्षा भारत की दो रीढ़ हैं और उन्हें हर तरह की राजनीति से दूर रखा जाना चाहिए। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सुनिश्चित किया है कि रेलवे का राजनीतिकरण बंद हो। उनका ध्यान प्रदर्शन, सुरक्षा, तकनीक और सभी को किफायती सेवा प्रदान करने पर है। ALSO READ: एक्ट ईस्ट नीति को बढ़ावा देगा आईआईएमसी आइजोल का सामुदायिक रेडियो : अश्विनी वैष्णव
10 साल में कितनी पटरियां बिछीं : उन्होंने कहा कि वर्तमान में रेल बजट 2.5 लाख करोड़ रुपए है और पिछले 10 वर्षों में 31,000 किलोमीटर नई पटरियां बिछाई गई हैं, जो फ्रांस के नेटवर्क से भी अधिक है। आरपीएफ के बारे में उन्होंने कहा कि बल के क्षेत्रीय केंद्रों के उन्नयन के लिए 35 करोड़ रुपए निर्धारित किए गए हैं, जबकि सेवा नियमों और पदोन्नति से संबंधित विभिन्न मांगों पर विचार किया जा रहा है। (एजेंसी/वेबदुनिया)