PM Modi on women reservation bill : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को नए संसद भवन में अपने पहले भाषण में कहा, कैबिनेट से महिला आरक्षण बिल पर लगी मुहर। महिलाओं के नेतृत्व में विकास का संकल्प। नारी शक्ति वंदन अधिनियम के लिए बधाई। इस अधिनियम से लोकतंत्र मजबूत होगा। महिलाओं को अधिकार देने और उनकी शक्ति का उपयोग करने के इस पवित्र काम के लिए शायद ईश्वर ने मुझे चुना है। एक बार फिर हमारी सरकार ने इस दिशा में कदम बढ़ाया है। इसके बाद केंद्रीय मंत्री अर्जुन मेघवाल ने लोकसभा में महिला आरक्षण बिल पेश किया। इस पर लोकसभा में भारी हंगामा।
पीएम मोदी ने कहा, अनेक वर्षों से महिला आरक्षण पर बहुत चर्चाएं और वाद-विवाद हुए हैं। 1996 में इससे जुड़ा बिल पहली बार पेश हुआ था। अटल जी के कार्यकाल में कई बार महिला आरक्षण बिल पेश किया गया, लेकिन उसे पास कराने के लिए आंकड़े नहीं जुटा पाए। जिस वजह से वो सपना अधूरा रह गया।
उन्होंने कहा कि आज बहुत आवश्यक है कि नीति निर्धारण में हमारी माताएं-बहनें, नारीशक्ति अधिकतम योगदान दें और महत्वपूर्ण भूमिका निभाएं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि सिर्फ महिलाओं के विकास की बात पर्याप्त नहीं है, हमें मानव जाति की विकास यात्रा में नए पड़ाव को अगर प्राप्त करना है, राष्ट्र की विकास यात्रा में नई मंजिलों को अगर पाना है, तो ये आवश्यक है कि Women Led Development को हम बल दें। महिला सशक्तिकरण की हमारी हर योजना ने महिला नेतृत्व करने की दिशा में बहुत सार्थक कदम उठाए हैं।
उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में राजनीति, नीति और शक्ति का इस्तेमाल समाज में प्रभावी बदलाव का एक बहुत बड़ा माध्यम होता है। इसलिए Space हो या Sports हो, स्टार्टअप्स हो या SHG हो, हर क्षेत्र में दुनिया भारतीय महिलाओं की ताकत देख रही है।