गोरखपुर। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को लोगों को होली की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि यह त्योहार भाईचारे का पर्व है और किसी पर जबरन रंग नहीं डाला जाना चाहिए।
योगी ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और हिंदू युवा वाहिनी द्वारा आयोजित फागुन महोत्सव में अपने संबोधन में कहा कि जो लोग होली नहीं खेलना चाहते हैं उन पर जबरन रंग मत डालिए। होली सद्भाव और भाईचारे का त्यौहार है, इसे अनुशासन के साथ मनाएं।
मुख्यमंत्री ने लोगों से अपील की कि वे जातिवाद और छुआछूत से ऊपर उठकर एक ऐसे समाज का निर्माण करें जहां समता और भाईचारा हो। होली का त्योहार हमें यह सिखाता है कि हम होलिका दहन में अपनी सभी हताशाओं और बुराइयों को भी जला दें एवं सद्भाव तथा भाईचारा अपनाएं।
योगी ने कहा कि एक हताश और कट्टर समाज कभी भी सम्मान के साथ आगे नहीं बढ़ सकता, लिहाजा हम आपसी मतभेदों को खत्म करके एक मजबूत समाज और देश का निर्माण करें।
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सराहना करते हुए कहा कि आप सभी प्रधानमंत्री मोदी के भाषण को सुनते हैं और उन्होंने संकल्प से सिद्धि का मूल मंत्र दिया है। मोदी इस वक्त भ्रष्टाचार और तानाशाही के खिलाफ लड़ाई की अगुवाई कर रहे हैं और विजय पथ पर आगे बढ़ रहे हैं।
योगी ने कहा कि वर्ष 2022 में देश अपनी आजादी की 75वीं सालगिरह मना रहा होगा। आपको तय करना होगा कि आप किस तरह का भारत और किस तरह का गोरखपुर चाहते हैं। आपको एक ऐसे देश की जरूरत है जहां तानाशाही, जुल्म, भ्रष्टाचार, अपराध, आतंकवाद और गरीबी ना हो। जहां हर किसी को आश्रय मिले, हर किसी को बिजली और रसोई गैस का कनेक्शन हासिल हो।
इससे पहले योगी ने भगवान नरसिंह की आरती की और मंच से लोगों के साथ गुलाल और फूलों की होली खेली। हालांकि उन्होंने पिछले करीब 22 वर्षों से चले आ रहे सिलसिले को तोड़ते हुए नरसिंह यात्रा की अगुवाई नहीं की। (भाषा)