भाजपा के वरिष्ठ नेता और अभिनेता शत्रुघ्न सिन्हा ने पुणे की यरवदा जेल में बंद अभिनेता संजय दत्त के प्रति पूर्ण सहानुभूति जताते हुए कहा कि इस मामले को सिर्फ उनके साथ ही जोड़ कर नहीं बल्कि समग्रता के साथ देखा जाना चाहिए।
मध्यप्रदेश सरकार के संस्कृति विभाग के प्रतिष्ठित राष्ट्रीय किशोर अलंकरण पुरस्कार के सिलसिले में यहाँ आए सिन्हा ने कहा कि संजय दत्त शरारती हो सकते हैं, लेकिन आंतकवादी या राष्ट्रद्रोही बिलकुल नहीं है।
उन्होंने कहा कि संजय एक देशभक्त परिवार से हैं और उनके पिता सुनील दत्त ने राष्ट्रभक्त के रूप में राजनीति को जनसेवा के विकल्प के रूप में चुना। राजनीति में आने के पूर्व वे समाजसेवा से सघन रूप से जुड़े रहे।
भाजपा नेता ने कहा कि संजय के साथ कई अन्य लोगों को सजा हुई है और उनका परिवार भी कठिनाई में है। 1993 में हुई मुंबई बमकांड की त्रासदी को भी नहीं भुलाना चाहिए, जिसने सैकड़ों परिवारों के जीवन में यातना और दर्द हमेशा के लिए घोल दिया।
मुंबई बमकांड मामले में फैसला सुनाने वाले टाडा कोर्ट के विशेष न्यायाधीश पीडी कोडे की प्रशंसा करते हुए सिन्हा ने कहा कि इस समूचे प्रकरण में उनकी भूमिका ने न्याय की गरिमा को और ऊँचा किया है।
सिन्हा ने कहा कि उनका विश्वास है कि संजय दत्त के साथ ऐसा इंसाफ होगा जिससे उनके परिवार के सदस्यों तथा स्व. सुनील दत्त की आत्मा को शांति मिलेगी।